फ्रेंड आज हम बात करेंगे Basic Of Electrician, Electrical, Type of Electrical Wiring, How Many Types Of Wiring, Types of Wiring, Electrical Wiring, Basic Electrician, Electrical Wiring in Homes, in Hindi Urdu
वायरिंग को चार हिस्सों में बांटा गया है
1. क्लिट वायरिंग
2. कैशिंग एंड कैपिंग वायरिंग
3. बैटन वायरिंग
4. कौनड्यूट वायरिंग
- केसिंग एंड कैपिंग वायरिंग को दो भागों में बांटा गया है
1. लकड़ी की केसिंग कैपिंग
2. पीवीसी केसिंग कैपिंग
- उसी तरह से कनड्यूड वायरिंग को भी दो भागों में बांटा गया है
1. सरफेस कनड्यूड वायरिंग
2. Recessed or कंसीलर Conduit Wiring
तो सबसे पहले हम बात कर लेते है क्लिट वायरिंग की जैसा कि आप देख पा रहे हैं स्क्रीन पर यह इस टाइप की क्लिप होती है
इसमें आपको दिख रहा होगा इसी होल में हम वायर को फिक्स करेंगे क्लिट की जो पड़त है वह दीवार में फिट होगी और ऊपर की पडत पर वायर अंदर करने के बाद हम कलीट को screw के जरिए फिक्स कर देंगे दीवार पर
क्लिट वायरिंग में तारों को क्लिट की मदद से एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जाता है क्लिट वायरिंग बहुत ही सस्ती और सरल विधि और सरल तरीकों से लगाया जाता है
क्लिट दो टाइप की होती है पहला दो तारों वाली क्लिट और दूसरा 3 तारों वाली क्लिट क्लिट वायरिंग में एक खास ध्यान रखना पड़ता है की एक क्लिट से दूसरे क्लिट का डिस्टेंस 60 सेंटीमीटर तक होना चाहिए अगर इनकी दूरी 60 सेंटीमीटर से ज्यादा रखी जाए तो वायर लटकने लगती है
क्लिट वायरिंग में किसी भी चोट का बचाव नहीं किया नहीं किया जा सकता है आग से बचाव नहीं किया जा सकता है यह वायरिंग करने के लिए ज्यादा जानकारी अनुभव की जरूरत नहीं है यह वायरिंग कीमत में सस्ती होती है इस वायरिंग की मरम्मत बहुत ही कम है और इसकी दिखावट बिल्कुल ही खराब लगती है और इसका प्रयोग Temporarily Connection के लिए किया जाता है अभी के दौर में
दूसरा बैटन वायरिंग इस वायरिंग में लकड़ी की पट्टियों पर क्लिप की मदद से कस देते हैं इस तरह का बैटन वायरिंग पुराने जमाने में यूज किया जाता था अब नए जमाने के साथ नई चीजें चेंज हो चुकी है
बैटन वायरिंग मैं किसी भी चोट से बचाव नहीं किया जा किया जा सकता है आग से बचाव नहीं किया जा सकता है इस वायरिंग को करने के लिए ज्यादा जानकारी या अनुभव की जरूरत नहीं है कीमत में यह वायरिंग सस्ती होती है मरम्मत बहुत ही कम है दिखावट इस वायरिंग की थोड़ी ठीक है इस वायरिंग का प्रयोग घर ऑफिस या इंडस्ट्रियल में किया जाता है
तीसरी वायरिंग हमारी है केसिंग कैपिंग की, केसिंग कैपिंग दो टाइप की होती है लकड़ी की और पीवीसी की लकड़ी की पुराने जमाने में यूज किया जाता था केसिंग कैपिंग पीवीसी वायरिंग आजकल ज्यादातर यूज किया जा रहा है यह वायरिंग थोड़ा बहुत मिलता-जुलता बैटन वायरिंग से है क्योंकि बैटन वायरिंग में हम लकड़ियों का यूज करते थे मगर केसिंग कैपिंग वायरिंग में हम पीवीसी पट्टियों का यूज करते हैं
लकड़ी का इस्तेमाल नहीं करते हैं पीवीसी बैटन में स्टीकर भी अवेलेबल होता है आप स्टीकर निकाल कर दीवार में चिपका सकते हैं और आसानी से यह वायरिंग आप भी कर सकते हैं और इस पीवीसी बैटन में विदाउट स्टीकर का भी अवेलेबल होता है मार्केट में आप उस बैटन को screw के जरिए आप दीवार में फिक्स कर सकते हैं
केसिंग कैपिंग बॉक्स टाइप का बना होता है जिसके अंदर से हम वायर एक जगह से दूसरी जगह ले जाते हैं यह वायरिंग भी दीवार के ऊपर फिक्स की जाती है केसिंग कैपिंग वायरिंग जहां करनी होती है वहां पर सबसे पहले हम लाइन आउट करते हैं डायग्राम के अकॉर्डिंग और उस लाइन के हिसाब से हम केसिंग को स्क्रु के जरिए या स्टीकर के मदद से हम वहां पर फिक्स करते हैं उसके बाद वायर डालने के बाद हम कैपिंग को उसके ऊपर फिक्स कर देते हैं
केसिंग कैपिंग वायरिंग मैं किसी भी चोट से बचाव थोड़ा बहुत किया जा सकता है आग से बचाव नहीं किया जा सकता है इस वायरिंग को करने के लिए अनुभव इलेक्ट्रिशियन की जरूरत पड़ेगी कीमत में यह वायरिंग महंगी है इस वायरिंग की रिपेयरिंग थोड़ा मुश्किल है दिखावट में यह वायरिंग अच्छी दिखती है इस वायरिंग का उपयोग घर ऑफिस या इंडस्ट्रियल में यूज किया जाता है
चौथा वायरिंग है कनड्यूट वायरिंग इस वायरिंग में पाइपों की सहायता से एक एक जगह से दूसरी जगह वायर को ले जाया जाता है कनड्यूड वायरिंग में आईरन जी आई या यूपीवीसी के पाइपों का यूज किया जाता है कनड्यूट वायरिंग को भी दो भागों में बांटा गया है
पहला सरफेस कनड्यूड वायरिंग पीवीसी पाइप क्लैंप के जरिए फिक्स किया जाता है और पीवीसी पाइप के अंदर से हम वायर को एक जगह से दूसरी जगह कनेक्शन देते हैं
दूसरा है Recessed or Concealed यह वायरिंग अंडर वायरिंग कहलाता है क्योंकि इस वायरिंग में हम घर बनाने के टाइम ही अपने पाइप को फिक्स कर देते हैं जहां पर हमें कनेक्शन सप्लाई देना होता है उसके हिसाब से यह वायरिंग घर के छत में सीलिंग के टाइम किया जाता है और दीवारों में भी अगर दीवारों में उस टाइम नहीं हो पाया तो बाद में दीवारों को कटिंग करके पाइप को अंदर डाला जाता है
आजकल ज्यादातर जगह कनड्यूट वायरिंग का यूज किया जाता है क्योंकि यह वायरिंग काफी ही बेहतरीन होती है
इस वायरिंग में किसी भी चोट से बचाव किया जा सकता है आग से बचाव भी किया जा सकता है इस वायरिंग को करने के लिए बहुत ही अनुभव के इलेक्ट्रीशियन की जरूरत पड़ती है कीमत में यह वायरिंग बहुत ही महंगी है इस वायरिंग का रिपेयरिंग बहुत ही कठिन है इस वायरिंग का दिखावट बहुत ही अच्छा है इस वायरिंग का यूज घर ऑफिस और इंडस्ट्रियल में किया जाता है
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