कैपेसिटर और कंडेनसर में क्या अंतर है
कैपेसिटर और कंडेनसर जब दो चालक प्लेटो को किसी कुचालक माध्यम से किसी प्रकार पृथक किया जाए कि वह विद्युत क्षेत्र स्थापित करने में सक्षम हो तो वह कैपेसिटर कहलाता है कैपेसीटर की इकाई Fared है इसे F से दर्शाते हैं प्लेटो का आकार अधिक होने से कैपेसिटी अधिक चार्ज एकत्रित करेगा और प्लेटो की बीच का Distance जितना कम होता है Capacity उतनी ही ज्यादा होती है
अब हम जान लेते हैं कैपिसीटेनस के बारे में
चार्ज या वोल्टेज के अनुपात को कैपिसिटेनस कहा जाता है कैपीसीटर मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं पहला फिक्स्ड टाइप कैपिसिटर दूसरा वेरिएबल टाइप कैपिसिटर
पहले हम जान लेते हैं फिक्स्ड टाइप कैपीसीटर के बारे में
फैक्सिड टाइप कैपेसिटर की धारिता को बदलकर कम या ज्यादा नहीं किया जा सकता है इस प्रकार के कैपेसिटीर में
- मायका कैपीसीटर
- सिरामिक कैपिसिटर
- पेपर कैपीसीटर
- इलेक्ट्रोलिटिक कैपेसिटर इत्यादि आते हैं
दूसरा वेरिएबल कैपेसिटर
वह कैपीसीटर जिनके मान्य या धारिता कम या ज्यादा किया जा सकता है वह वेरिएबल कैपेसिटर कहलाते हैं जैसे कि
- अधिक कैपेसिटीर के प्रयोग से और
- एयर कैपिसिटर इत्यादि
एयर कैपिसिटर के विभिन्न प्रकार हैं जैसे
- ट्रीमर कैपीसीटर
- स्पाइडर केपीसीटर
- गैंग कैपिटेसर इत्यादि
कैपेसिटीर का प्रयोग कहां कहां करते हैं
कैपेसिटर का प्रयोग हम मोटरो में इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों
में पावर फैक्टर सुधारने में स्पार्किंग कम करने में और चार्ज एकत्रित करने में हम
यूज करते हैं
तो फ्रेंड इस वीडियो में आपने जाना कैपेसिटर कुछ खास बातें हम उम्मीद करते हैं इस ब्लॉग को पढ़ने के बाद अगर आप से यह कोई क्वेश्चन पूछता भी है तो आप उसको सिंपल आंसर दे पाएंगे
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