Resistance और Resistor में क्या अंतर है
रजिस्टेंस को हिंदी में प्रतिरोध भी कहा जाता है प्रतिरोध
पदार्थ का वह गुण है जो विद्युत धारा के मार्ग में रुकावट उत्पन्न करता है
रजिस्टेंस की इकाई ओम है और इसे R से
दर्शाते हैं प्रतिरोध को नापने के लिए ओम्स मीटर का प्रयोग किया जाता है
प्रतिरोध कसहकलक के क्षेत्र में विलोम अनुपात होता है तथा चालक की लंबाई के समानुपाती होता है
अब हम जान लेते हैं स्पेसिफिक रेजिस्टेंस के बारे में जिसे विशिष्ट प्रतिरोध भी कहा जाता है
किसी भी पदार्थ के 1 सेंटीमीटर लंबे 1 सेंटीमीटर चौड़े और 1 सेंटीमीटर मोटे घन की किन्हीं दो समांतर शतकों के बीच का प्रतिरोध वह पदार्थ विशिष्ट प्रतिरोध यानी स्पेसिफिक रजिस्टेंस कहलाता है
अब हम बात कर लेते हैं कंडक्टेंस के बारे में जिसे चालकता भी कहा जाता है
चालकता तत्त्व का वह गुण है जो बिधुतधारा को बहने में मदद प्रदान करता है,
उसके बाद थोड़ी सी जानकारी हम ले लेते हैं स्पेसिफिक कंडक्टेंस के बारे में जिसे हिंदी में विशिष्ट चालकता कहा जाता है
किसी भी पदार्थ के 1 सेंटीमीटर लंबाई 1 सेंटीमीटर चौड़े और 1 सेंटीमीटर मोटे घन की किन्हीं दो समांतर शतकों के बीच का चालकता वह पदार्थ विशिष्ट चालकता कहलाती है मतलब स्पेसिफिक कंडक्टेंस कहलाता है
अब हम बात कर लेते हैं रजिस्टर के बारे में जिसे हिंदी में प्रतिरोध कहा जाता है
जब किसी पदार्थ के टुकड़े यह किसी बने तार के अंश को एक निश्चित प्रतिरोध मानकर प्रस्तुत करने वाले कंपोनेंट का रूप दिया जाए तो वह प्रतिरोध यानी रजिस्टर कहा जाता है रजिस्टर दो प्रकार के होते हैं पहला कार्बन रजिस्टर दूसरा वायर वाउंड रेजिस्टर
अब मैं आपको बताता हूँ Resistance और Resistor में क्या अंतर है
प्रतिरोध पदार्थ का गुण है तथा प्रतिरोधक पदार्थ का कंपोनेंट है
इंसुलेटर क्या है
वह पदार्थ जो अपने में से विद्युत धारा को बहने ना दे वह इंसुलेटर कहलाता है जैसे पोर्सलिन बैकलाइट तथा रबड़ इत्यादि
तो फ्रेंड्स हम उम्मीद करते हैं कि हमारे आपके लिए हेल्पफुल रहो और आप इस ब्लॉग से कुछ सीखे होंगे
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