तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस BLOG फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं Dukaan film की story Explained करने वाले हैं इस BLOG में
इस मूवी का नाम सुनकर आपको ऐसा लग रहा होगा कि यह किसी दुकान वाले की कहानी है या फिर किसी बिजनेसमैन की की कैसे गरीब से उठता है और अपनी दुकान खोलना है तो आप यहां पर बिल्कुल गलत होने वाले हैं यहां पर दुकान का मतलब है की बधाई हो अब बाप बनने वाले हैं
5 अप्रैल 2024 को सिनेमा घर में 2 घंटे 2 मिनट की यह ड्रामा मूवी है इस मूवी के लीड रोल में मोनिका पंवार है जिनका इस मूवी में नाम जैस्मिन है और इस मूवी की पूरी कहानी इन्हीं के इर्द-गिर्द घूमती है इस मूवी को हिंदी इंग्लिश और गुजराती लैंग्वेज में डब किया गया है
इस मूवी की स्टोरी सेरोगेसी पर आधारित है जिन लोगों को यह नहीं पता कि सरोगेसी क्या चीज है उन्हें में बता देता हूं जिसे आजकल के भाषा में आईवीएफ कहा जा रहा है यह सभी लोग यह तो जानते हैं कि आईवीएफ में हमारे शुक्राणु को लेकर किसी और के गर्भ में रखा जाता है यहां पर आईवीएफ भी दो प्रकार के होते हैं पहले आईवीएफ वह होता है जो की एक मां अपने बच्चों को खुद जन्म देना चाहती है मगर बच्चों का ठहराव नहीं है दूसरा इपीएफ यह होता है हमें अपना ही खून चाहिए अपना ही ब्लड चाहिए मगर जो 9 महीने की तकलीफ है वह कोई और उसे चीज को सही तो आजकल बड़े-बड़े शहरों में ऐसा ही चलन है कि अगर डीएनए भी करवा लोगे तो बच्चा आपका ही होगा क्योंकि जो शुक्राणु है वह आपका ही है बस बच्चे पैदा करने वाली मां कोई और होती है और उनके हकदार कोई और एग्जांपल की बात करें तो करण जौहर जिन्होंने कभी शादी नहीं की मगर उनके दो बच्चे हैं और भी बहुत सारी एग्जांपल है अगर गूगल पर सर्च करेंगे तो यह कहानी का में मोटिव यही होता है की क्या सेरोगेसी मदर के अंदर फीलिंग प्यार या फिर अपनापन नहीं होता होगा जब वह किसी और के बच्चे को 9 महीने उसे कष्ट से गुजरती है इस मूवी में हमें यही देखने को मिलता है
यह स्टोरी जैस्मिन से शुरू होती है उसके बचपन को दिखाया जाता है जब वह छोटी थी तब उसकी मां प्रेग्नेंट थी उसके पापा उनको मरते थे और गुस्सा करते थे पैसों के कारण जैस्मिन की मां को उसके पापा ने मारा जिससे उसका बच्चा पेट में ही मर गया जिससे जैस्मिन को बहुत मां का आघात हुआ और वह बचपन से ही बड़ी हो गई
उसके बाद हमें दिखाया जाता है की जैस्मिन की शादी की उम्र हो जाती है और लड़के की आगे और जैस्मिन की एज में बहुत ज्यादा का डिफरेंस होता है फिर भी यहां पर शादी हो जाती है मगर जैस्मिन सुमेर से कहती है कि बच्चा अभी उसे नहीं चाहिए वह खुद अभी बच्ची है मगर कुछ दिनों के बाद जैस्मिन को उल्टी आती है वह तुरंत सुमेर की दुकान पर पहुंचती है और उसे पर गुस्सा करती है कि जब उसने कहा था कि उसे बच्चा भी नहीं चाहिए मगर फिर भी वह प्रेग्नेंट है फ्री वह दोनों आपस में बात करके बाद में जैस्मिन मान जाती है
फिर जास्मीन को एक लड़का होता है फिर एक दिन समर कम से शहर के बाहर जाता है ताकि वह ज्यादा पैसा कमा सके और अपने बच्चों और बीवी का ध्यान रख सके मगर जिस जगह समर गया था उसे जगह भूकंप आ जाती है और जिसमें की सुमेर मर जाता है सुमित की एक बहन है जिसका नाम है किंजल आप किंजल की भी उम्र शादी करने योग्य है अब भाई तो रहा नहीं तो यह सारा जिम्मेवारी अब जैस्मिन के ऊपर आ जाता है
इस मूवी की स्टोरी में आपका थोड़ा सा भी समय बर्बाद नहीं किया गया है कहानी एकदम सीधी और भगति नजर आएगी
कुछ समय बाद समर का सूटकेस देने के लिए एक आदमी आता है और कहता है भूख से वह बच्चा नहीं मर गया जैस्मिन कम उम्र में ही विधवा हो जाती है और समर के साथ अपने फोटो पर हार पहना देती है दूसरी ओर सुमित की बहन के लिए रिश्ते वालों ने एक लाख का मांग किया था जो की जासमीन पूरा नहीं कर सकती है इसलिए दिए हुए सामान को वह वापस कर देती है किंजल जैस्मिन पर गुस्सा हो जाती है रहती है घर बेचकर शादी करना करो इसी बात पर जासमीन किंजल से कहती है घर तुम्हारा है तो अब से मैं बाहर सो जाऊंगी
उसके बाद किंजल को मालूम चलता है कि उसके ही गांव में एक आदमी है जिसने बहुत सारे पैसे कमाए उसे आदमी के पास पहुंचती है और वह आदमी जैस्मिन को एक कार्ड दे देता है और कहता है इस फते पर पहुंच जाना जैस्मिन वहां पर पहुंचती है तो वहां पर एक डॉक्टर से मिलती है जिस पर डॉक्टर उसे सरोगेसी प्रक्रिया के बारे में बताते हैं और कहते हैं बिना सेक्स किया भी प्रेग्नेंट किया जा सकता है जिस पर डॉक्टर जैस्मिन को सेरोगेसी मदर बनने को बोलता है और यह सब सुनकर किंजल मना कर देती है पर जैस्मिन नहीं मानती है और सरोगेसी प्रक्रिया के लिए जाती है साथ ही दो बार ऐसा करके वह पैसा कमाती है और इसी पैसे से वह अपने बच्चे को अच्छे स्कूल में एडमिशन करती है और किंजल की भी शादी कर देती है दहेज देकर जिस पर विदाई के समय किंजल इमोशनल हो जाती है और अब जैस्मिन का दुकान भी सही से चल रहा होता है
उसके बाद यह कहानी एक अलग मोड़ लेती है जहां पर एक कपल को दिखाया जाता है जहां पर सारे लोग पूजा की तैयारी कर रहे होते हैं और यह पूजा बच्चा हो सके उसके लिए क्या जाता है उनकी सिस्टर उन्हें बच्चा अडॉप्ट करने को बोलता है जिस पर वह नहीं मानते हैं तभी उसकी वाइफ एक न्यूज़ चैनल देखते हैं जिसमें जैस्मिन का फोटो लगा होता है वह दोनों जैस्मिन के पास जाते हैं
ताकि वह जैस्मिन को सरोगेसी के लिए मना सके तब जास्मीन उसे बताती है कि उसने यह सब काम से रिटायरमेंट ले लिया है
जिस पर दोनों कपल अपनी अपनी स्टोरी बताते हैं अरमान अपनी कॉलेज की स्टोरी बताता है कहता है कॉलेज में वह प्रेग्नेंट हो गई थी पर उन्होंने अबॉर्शन कर दिया था जिसकी सजा उन्हें अब मिल रही है यह सब सुनकर जैस्मिन इमोशनल हो जाती है और एक बार फिर से सेरोगेसी मदर बनने को तैयार हो जाती है
सरोगेसी के जरिए जैस्मिन प्रेग्नेंट हो जाती है एक दिन जैस्मिन को सपने में उसके बच्चे का दृश्य आता है तो डॉक्टर के पास आकर रहती है कि वह दिव्या से बोले कि बच्चा होने पर उसे मां का दूध पिलाना चाहती है इस पर दिव्या डॉक्टर से मना कर देती है और यह बात जैस्मिन सुन लेती है तब जाकर जैस्मिन को यह समझ में आता है कि बच्चा इनको हमारा चाहिए मगर दूध पिलाने में बच्चे का जो गुण है वह हमारा आ जाएगा यह सब सोचकर जासमीन उसे बच्चों को लेकर बस में बैठकर कहीं चली जाती है
प्रेजेंट समय में आती है जैस्मिन अपने बच्चों की मालिश किसी और से करवाती है क्योंकि जैस्मिन को मालिश करना नहीं आता है देखते ही देखते 4 साल हो जाता है तभी एक दिन जैस्मिन को पुलिस पकड़ कर ले जाती है उसके बाद दिव्या अरमान उसे बच्चों को लेने जाते हैं मगर दिव्या अंदर नहीं जाती है तो अरमान समझता है अगर वह उसे बच्चों को दूध पिलाना चाहती थी तो तुम्हें क्या दिक्कत थी तुम्हें आज या आज या दिन नहीं देखना पड़ता जो तुमने 4 साल अपने बच्चों से दूर रहा है
अरमान और दिव्या बाहर ही उसके बच्चे को बैठा देखते हैं तो उन्हें मॉम और दादा का कर बुलाता है तो पता चलता है की जैस्मिन ने शुरू से ही उन दोनों का फोटो देख कर बताया था यह तुम्हारे मम्मी और पापा है इन सभी के बीच में फिर से 2 साल बीत जाता है और 2 साल बाद जैस्मिन जेल से बाहर आ जाती है और उसके घर पहुंच जाती है
जहां पर अरमान और दिव्या जैस्मिन को बोलते हैं कि तुमने एग्रीमेंट किया है और तुमने इस रूल को तोड़ा है जितने भी खर्च हुए हैं वह सब मुझे चाहिए अगर तुम्हें या बच्चा लेना है तो जास्मीन पूछता है कितना पैसा खर्च हुआ तुम्हारा अरमान कहता है 12 लाख रुपया जास्मीन रहती है 9 महीने का वह दर्द और जो भी कुछ मैंने कहा है जितनी बार भी सी ली है वह सब का दर्द भी रखूंगी तो तुम्हारे इस 12 लाख से कहीं ज्यादा ही होगा मगर छोड़ो सब तुम बड़े लोग हो छोड़ो साहब पैसे का रही बात 12 लाख की तो मैं तुम्हें लाकर दूंगी और अपने बच्चों को लेकर जाऊंगी
इस पर दिव्या अरमान थोड़े डर से जाते हैं कहीं जैस्मिन ने इतने सारे पैसे ला दिए तो मगर फिर भी अरमान दिल को तसल्ली देकर कहता है कि 12 लाख उसे कमाने में बड़े जन्म लग जाएंगे
वहीं दूसरी तरफ जैस्मिन के पास पैसे कमाने का कोई और रास्ता नहीं होता है क्योंकि उसने यही सीखा होता है कि पैसे कैसे कमाने हैं वह फिर से इस अस्पताल की तरफ जाती है जहां पर वह देखी है कि सभी सेरोगेसी मदर खाली होती हैं जिनके पेट में कोई भी बच्चा नहीं होता है यह सारा दोस्त जैस्मिन के ऊपर आता है क्योंकि जैस्मिन ने एग्रीमेंट के खिलाफ जाकर उसे बच्चों को अपना बना लिया था इससे कई सारे पेरेंट्स यहां पर आने से डरते थे इसलिए यह धंधा बंद हो चुका था मगर फिर भी जासमीन हर नहीं मानती है वह बहुत सारे एडवर्टाइजमेंट और बहुत सारे नए रूल लेकर डॉक्टर के पास जाती है जिससे कि वह डॉक्टर भी मान जाती है और फिर यह धंधा फिर शुरू हो जाता है जिस्म की डॉक्टर इस काम के लिए अब उसे 50% की मार्जिन देती है बिना कुछ किया
कुछ समय बाद जासमीन और उन सभी के साथ वाले उनके घर जाते हैं जहां पर की जास्मीन पैसे देती है और कहती है मेरे बच्चे को बुलाओ मगर यहां पर बच्चा आकर कहता है कि मैं तुम्हारे साथ जाऊंगा तो फिर से वही गली में रहूंगा मुझे पापा यहां पर फ्लाइट से लेकर जाते हैं यह सुनकर जैस्मिन की आंखों में आंसू आ जाता है और सब कुछ छोड़कर वह वहां से निकल जाती है
फिर एक रात दिवाली की आती है जहां पर श्रेगोशी प्रक्रिया से पैदा हुए बच्चों को बुलाया जाता है और अपने फ्रेंड्स के साथ में जिस्म की 40 परिवार ही आते हैं यह सब देखकर जैस्मिन थोड़ी मायूस हो जाती है क्योंकि एक कार्ड दिव्या अरमान को भी गया था मगर वह नहीं आए थे यह सब सो कर जास्मीन वहां से जा रही होती है तभी एक आवाज आती है जो कि आपको भावुक कर देगी फिर दिव्या अरमान के पास आती है और उन्हें आखिरी रसम पूरा करने को कहती है जिसमें वह अंबे मां की कसम खाकर कहती है कि यह बच्चा मैं अपनी खुशी से दिव्या अरमान को सौंप रही हूं और फिर एक फैमिली फोटो ली जाती है दिव्या जैस्मिन से माफी मांगती है उसकी गलती के लिए और सब कुछ पर ठीक हो जाता है
कहानी कुछ समय आगे बढ़ती है जहां पर उसे बच्चों को काफी बड़ा दिखाया जाता है और और वह होली मनाने के लिए जैस्मिन की पास पहुंचता है और यहीं पर यह कहानी खत्म हो जाती है
फ्रेंड्स आपको कहानी कैसी लगी आप हमें कमेंट करके जरूर बताएं इस कहानी को कहने में ही मैं भावुक हो गया था हो सकता है अगर मेरे नजर से आप देखेंगे तो यह मूवी आपको भावुक कर देगी
तो फ्रेंड्स इ इस मूवी की रिव्यू आपको कैसी लगी आप हमें जरूर बताइ
तो फ्रेंड्स अगर आप मूवी देखने के शौकीन है या फिर मूवी को देखने पहले से मूवी की स्टोरी को जानना चाहते हैं या फिर मूवी आपके लिए है या नहीं है या आपके पैसे कहीं वेस्ट ना हो तो हमारे इस चैनल पर आपको इसी तरह के वीडियो मिलते रहेंगे अगर यह रिव्यू आपको पसंद आया हो तो इस वीडियो को लाइक करें अपने फ्रेंड्स के साथ शेयर करें ताकि वह भी जान पाए कि यह मूवी की स्टोरी क्या है और अगर आपने इस मूवी को देख लिया है तो हमें कमेंट करें कि आपको यह मूवी कैसी लगी और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करें ताकि हमारे आने वाले मूवी रिव्यू के वीडियो सबसे पहले पहुंचे आप तक यह फिल्म आपको कहां मिलेगी फ्री में देखने के लिए वह मैंने आपको बता दिया है तो जरूर वॉच करें तो फ्रेंड्स मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में फिर किसी और धमाकेदार मूवी के रिव्यु के साथ तब तक के लिए आप हमें दें इजाजत धन्यवाद
Post a Comment
Please Don't Write & Enter Here Any Spam link In The Comment Box Thank You!