Kalki 2898 AD Story Explained 2024 | Prabhas | Amitabh Bachchan | Deepika | Kamal Hasan
तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2024 में आई हुई ACTION ADVENTURE और DRAMA मूवी Kalki 2898 AD के बारे में 3 घंटे की है यह मूवी 27 JUNE 2024 को Hindi, Tamil, Telugu, Malayalam, Kannada, और English लैंग्वेज में हमारे नजदीकी सीनेमा घरों में रिलीज कर दी गई थी अगर आप इस मूवी को वॉच करना चाहते हैं तो इस वीडियो में मैं आपको बता दूंगा यह मूवी को आप फ्री में कैसे देख पाएंगे तो प्लीज वीडियो को पूरा देखें
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इस मूवी के स्टार कास्ट की बात करें तो Prabhas नजर आएंगे जिन्हें की इस मूवी में हम Bhairava के नाम से जानेंगे
Amitabh Bachchan को इस मूवी में हम Ashwatthama के नाम से जानेंगे
Kamal Haasan को इस मूवी में हम Supreme Yaskin के नाम से जानेंगे
Deepika Padukone को इस मूवी में हम Sum 80 सुमिता के नाम से जानेंगे
Disha Patani को इस मूवी में हम Roxie के नाम से जानेंगे इनके अलावा और भी किरदार इस मूवी में दिखाई देंगे
इस मूवी के डायरेक्टर और WRITER नाग अश्विन हैं
मूवी की स्टार्टिंग में हमें दिखाया जाता है महाभारत युद्ध के अंत में जहां चारों तरफ तबाही मची हुई थी हर तरफ सैनिकों के खून से मिट्टी लाल हो गई थी और इसी बीच कोरवो का एक युद्ध पांडवों से चल रहा था और यह युद्ध अकेले अश्वत्थामा लड़ रहा था
अर्जुन के मरने के बाद उसकी बीवी उत्तरा के गर्भ में पल रहे बच्चे की तरफ अश्वत्थामा ब्रह्मास्त्र चला देता है हालांकि ऐसा हुआ तो था लेकिन जो रियल कहानी है वो इससे थोड़ी सी हटकर है इसके बारे में हमें बाद में पता चलेगा उसके बाद भगवान श्री कृष्णा अश्वथामा के इस हरकत से बहुत ही गुस्से में थे अश्वत्थामा कहता है मुझे मारने आए हो तो मार दो कृष्णा मैं तुम्हारे प्रवचन सुनने के लिए मैं अर्जुन नहीं हूं
श्री कृष्ण कहते हैं जो तुमने किया है वह किसी भी युद्ध में किया हुआ सबसे बड़ा पाप है आचार्य द्रोण के पुत्र होकर उसके नाम पर कलंक हो तुम या सुनकर अश्वत्थामा कहता है मेरे पिता का नाम लेने का अधिकार तुम्हें नहीं है कृष्णा और इतना कह कर अश्वत्थामा कृष्णा पर वार कर देता है कहता है तुम वहां थे तुम चाहते तो मृत्यु रोक सकते थे कृष्ण जी कहते हैं अश्वत्थामा द्रोणाचार्य को अपने कर्मों का फल मिला और तुमने जो भी किया तुम्हें भी उसका फल मिलेगा और अश्वत्थामा कहता है तो चलाओ अपना सुदर्शन चक्र और मुझे काट कर रख दो जिससे मैं भी मृत्यु को प्राप्त हो जाऊं श्री कृष्ण कहते हैं मृत्यु दंड नहीं है बल्कि मुक्ति है कृष्ण भगवान अश्वत्थामा को श्राप देते हैं कि तुम सदा जीवित रहोगे मृत्यु की भीख मांगोगे परंतु मृत्यु तुम्हारे हाथ नहीं आएगी उसके माथे से खून बहता रहेगा उसका कोई भी घाव कभी नहीं भरेगा अब उसको इंतजार करना होगा कलयुग के अंत का जब पाप बढ़ जाएगा और पुण्य बिल्कुल नहीं बचेगा समय आने पर पांडवों की मृत्यु हो जाएगी और मैं भी देह को त्याग दूंगा इस युग का अंत होगा यही मेरा श्राप है
अश्वथामा कहता है क्या कभी प्राइसचत्र होगा मेरा कृष्ण जी कहते हैं तुम मुझे मारना चाहते थे और एक दिन तुम ही मुझे बचाने आओगे कलयुग आ रहा है और इसके साथ कली भी आएगा जब आधर्म अपने चरम सीमा पर होगा धरती पर अंधकार ही होगा तब फिर मैं अपने 10वेंअवतार लूंगा आज तुमने एक गर्भ को उजाड़ने की कोशिश करी है वैसे ही भविष्य में उसको उस औरत का गर्भ बचाना पड़ेगा जिसके अंदर उनका 10वां अवतार पलेगा और तभी उसका यह श्राप खत्म होगा कली मेरे जन्म के समय बहुत शक्तिशाली होगा तभी तुम्हें उस गर्भ की रक्षा करनी होगी वायु में विश् होगा और गंगा निर्जल जब तुम्हारे माथे का यह मनी तुम्हें स्वयं खोज लेगी और चमकेगी तब समझ लेना कि वक्त आ चुका है इतना कहकर कृष्ण भगवान अश्वथामा के माथे की मणि को निकाल लेते हैं
खैर अब इसके बाद कहानी आती है 2898 एडी में हम एक ऐसी धरती को देख पाते हैं जहां पर सब कुछ तबाह हो चुका है हर तरफ सूखा पड़ा हुआ है कुछ भी नहीं बचा हुआ सिवाय दुनिया के सबसे पहले और आखिरी शहर काशी को छोड़कर अब यहां पर राज चलता है तो बस सुप्रीम यास्किन का या फिर यह कहें कि कली यहां पर एक मेगा स्ट्रक्चर बनाया गया है जिसको कॉम्प्लेक्शन बुलाया जाता है जो कि असल में उल्टा पिरामिड है यह एक ऐसा वक्त है जहां पर इंसानियत खत्म है पीने को पानी नहीं है खाने को खाना नहीं है लेकिन टेक्नोलॉजी बहुत ही ज्यादा एडवांस है मतलब फ्लाइंग कार्स ग्रेविटी को मार देने वाले डिवाइसेज रोबोट्स और बहुत कुछ है मतलब अभी के वक्त में जो कुछ भी आप इंपॉसिबल सोचते हो वो इस वक्त में बिल्कुल पॉसिबल है इसी परिसर के अंदर बहुत सारे अमीर लोग रहते हैं और उनको सभी फैसेलिटीज मिलती है और बाकी के जो गरीब लोग हैं उनको यहां वहां से पड़कर काम पर लगाया जाता है यहां पर कुछ हंटर से भी है जो कि कुछ पॉइंट्स इकट्ठा करते हैं और अगर किसी के पास 1 मिलियन पॉइंट्स हो तो वो परिसर के अंदर इंटर हो सकते हैं प्वाइंट्स को आप नए जमाने का पैसा मान सकते हो और यहां पर ऐसी टेक्नोलॉजी भी है किसी भी इंसान के ऊपर आप स्कैन करोगे तो आपको उसका पूरा डाटा मिल जाएगा उसके पास कितने पैसे हैं वह क्या-क्या करता है उसका क्या काम है या फिर वह क्या कर सकता है सब कुछ यहां पर पता चलता है
अब इस दुनिया के अंदर इस वक्त के औरतों का तो सबसे बुरा हाल है स्पेशली जो वर्जिन है क्योंकि सुप्रीम यास्किन खुद को भगवान मानता है 200 साल से ज्यादा उसकी उम्र है और वह हर एक फीमेल को अपने ही सीड से प्रेग्नेंट करता है असल में उसको एक ऐसी लड़की चाहिए जो कि उसके सीड को 120 दिन से ज्यादा अपने गर्भ में रख सके और फिर उसके गर्भ को एक्सट्रैक्ट करके वो एक सीरम बनवाता है ताकि वह खुद को सबसे शक्तिशाली बना सके लेकिन कोई भी लड़की अभी तक ऐसी जिंदा नहीं है जो कि 100 दिन से ऊपर इसको संभाल सके यानी कि सीड को होता यह है कि या तो लड़की ही खत्म हो जाती है या फिर बच्चा खत्म हो जाता है या फिर यह कहें कि दोनों खत्म हो सकते हैं
और कहां जाए तो खाने वाले हर पालतू जानवर जैसे की बकरी है पाला पोसा खिलाया पिलाया और वक्त आने पर मार डाला फीमेल की यहां पर यही हालत है इसलिए हंटर्स पॉइंट के लिए छोटी लड़कियों को या फिर वर्जिन लड़कियों को अलग कर दिया करते थे उसके अच्छे खासे पॉइंट्स उनको मिलते और उन सभी का एक ही मकसद था कि उन्हें शायद कॉम्प्लेक्श मिल जाए आप इसे सिर्फ कंपलेक्स या परिसर ना समझे क्योंकि यह एक अलग ही दुनिया चल रही थी बाहर तो सब कुछ खराब था
जो असल दुनिया है अंदर सब कुछ बढ़िया था या फिर यह कहें कि अच्छे होने का ढोंग था तभी हम एक भयानक सीन को देखते हैं कि आखिर इन लड़कियों का किया क्या जाता है तो लड़कियों को प्रेग्नेंट किया जाता है तभी हम देखते हैं एक 90 दिन की प्रेग्नेंट लड़की को जिसे लैब में ले जाकर उसे एक ट्रायंगुलर यानी कि त्रिकोण चेंबर में लिटाया जाता है जहां पर एक सक्शन पाइप उसके गर्भ से सीरम एक्स्टेक्स्ट कर ली जाती है और उसे भट्टी में जला दिया जाता है ना जाने अब तक कितनी ही लड़कियों के साथ ऐसा हो चुका था खैर अब उस लड़की का सीरम कली यानी कि सुप्रीम यास्किन के पास कमांडर मानस साइंटिस्ट और वेद पुराण पढ़ने वाला काउंसलर बानी लेकर जाते हैं लेकिन इस सीरम से उसे कुछ खास नहीं होता अब होता यह है कि यासकीन अचानक से ही पानी में गिर पड़ता है और उसमें सीरम नहीं बल्कि जहर था लेकिन वह बच जाता है और वह कहता है कि आज काफी समय के बाद मृत्यु से सामना हुआ किसी ने काफी समय बाद उसे मारने की कोशिश करी है असल में यह सब कमांडर के साइंटिस्ट ने किया था क्योंकि वह भी समझ गया था कि यह सब गलत है लेकिन सुप्रीम यास्किन के हिसाब से यह नए कल का आरंभ था तो साइंटिस्ट को अपनी जान से हाथ गवाना पड़ता है
अब आप यह सोच रहे होंगे कि कितना पाप बढ़ गया है तो क्या कहीं पर भी पुण्य नहीं बचा तो नहीं ऐसा नहीं है भगवान को मानने वाले कुछ लोग आज भी जिंदा हैं जिनको रेबल कहते हैं ये लोग असल में संभाला में रहते हैं जो कि सबसे छुपा हुआ है यास्किन और कमांडर इस जगह को भी तबाह कर देते मगर वह लोग इस जगह को ढूंढ नहीं पाए हैं रेबल छुपकर सबकी हेल्प करते हैं इन सबकी एक मेन लीडर है जिसका नाम है मरियम जो कि अश्वथामा महाभारत कल्की अवतार सब पर विश्वास रखती हैं कि एक दिन मां आएंगी जिसके जरिए कलकी आएंगे
दूसरी और हम लोग देखते हैं कि कुछ लोगों को काशी लाया जा रहा था जहां पर की इन सभी लोगों को कम पर लगाया जाएगा बाकी बच् लोगों को परिसर के अंदर इधर-उधर काम करने के लिए भेज दिया जाएगा एक बच्ची भी थी यहां पर जो खुद को लड़का कहती थी क्योंकि वह जानती थी कि वह पकड़ी जाएगी तो उससे क्या करवाया जाएगा सारी लड़कियों को एक-एक करके अलग कर दिया जाता है मगर किसी तरह से वह लड़की वहां से निकल जाती है अब हम रेबल के बीच में दिव्या नाम की लड़की को देखते हैं जिसका किरदार मृणाल ठाकुर ने निभाया है जिसके पास एक रेबल आता है जो कि अश्वथामा की वही मणनी लेकर आया था क्योंकि असल में दिव्या प्रेग्नेंट थी शंभाला में ऐसा माना जाता है कि कलकी भगवान हमारे पास आएंगे तो यह मणि चमकेगी लेकिन ऐसा कुछ नहीं होता यानी कि दिव्या प्रेग्नेंट तो थी लेकिन कलकी भगवान उसके गर्भ में नहीं थे
लेकिन उन्हें हंटर देख लेते हैं और उनको पकड़ लेते हैं और वो मणि वहीं पर गिर जाति है लेकिन वो छोटी बच्ची इस मणि को उठा लेती है और भागने लगती है लेकिन उसके पीछे भी एक रोबोट पड़ गया था अब कमांडर के सामने उनको पेश किया जाता है यानी कि दिव्या को और उस रेबल को जहां पे कमांडर मानस प्रोजेक्शन के जरिए मरियम से बात करता है कि अगर वो शंभाला का पता बता देगी तो उसके आदमी और इस लड़की को छोड़ दिया जाएगा लेकिन ये सब झूठ बोलते हैं इसलिए मरियम भी कुछ नहीं बोलती ना ही वो रेबल बोलता हैं और दिव्या को ये लोग वहीं मार डालते हैं रेबल का भी खून हो जाता है और ऐसा लग रहा था जैसे धरती पे वाकई में अच्छाई खत्म हो गई है अब तभी हमारी मुलाकात एक और हंटर से होती है जिसका नाम है भैरवा है जिसका रोल प्रभास ने किया है भैरवा की एक रोबोटिक कार एआईबुज्जी होती है जो कि एक लड़के को 5000 पॉइंट्स के बेसिस पर एनालाइज करती है जो कि उसी ट्रक के अंदर आया था जहां पर एक छोटी बच्ची भी थी यानी कि वो छोटी लड़की जो कि भाग गई अब यहां पर हर एक बाउंटी हंटर की यही इच्छा है कि वो 1 मिलियन पॉइंट्स करके कॉम्प्लेक्श के अंदर चला जाए और यही सपना भैरवा का भी होता है अब भैरवा और उस लड़के के बीच लड़ाई होती है मगर भैरवा उस लड़के को पकड़ लेता है यह लड़का बहुत अच्छा फाइटर होता है और वह बहुत ही स्पेशल है
भैरवा की बात करें तो उसको बचपन से ही कैप्टन ने पाल पोस कर बड़ा किया था लेकिन कैप्टन उसको ही बेचने वाला होता है लेकिन उससे पहले ही भैरवा कैप्टन को बेच देता है और इससे हमें समझ आता है कि भैरवा काफी स्मार्ट है मगर फिलहाल वह कर्ज में है वह रेंट नहीं दे पाता है लोगों के पॉइंट्स नहीं लौटा पाता है और भैरवा का बस एक सपना है कि उसको भी कॉम्प्लेक्शन के अंदर जाना है वहीं पर रहना है उसे एक लड़की बहुत पसंद करती है जिसका नाम रॉकसी है रॉक्सी को 70 दिन का उस अपार्टमेंट में काम करने का एक कांटेक्ट मिलता है तब जाकर भैरवा उससे यह रिक्वेस्ट करता है कि किसी भी तरह से वो उसको वहां पर लेकर चले जिसके चलते वो उसके लिए एक टेंपरेरी एक घंटे का पास बनवाती है लेकिन वहां पर जाते ही हम यह देख पाते हैं कि आर्टिफिशियल दुनिया वहां पर कैसे बनाई गई है वहां पर समुद्र है जंगल है सब कुछ है मतलब कि जिस जंगल को आज लक्जरी चीजें बिल्डिंग बनाने के चक्कर में काट रहे हैं तो उसी ब्यूटीफुल समुद्र और जंगल को ही फ्यूचर में लग्जरी बताकर पॉइंट्स ले रहे हैं
यहां पर वो दोनों पहली बार फ्रूट्स को देखते हैं घोड़े को देखते हैं जो कि उन्होंने अभी तक देखे भी नहीं थे यहां तक कि उन्हें संतरा खाना तक नहीं आता था अब ये लोग वहां पर काफी एंजॉय करते हैं लेकिन भैरवा की हरकतों की वजह से गार्ड उसको पकड़कर वहां से भगा देते हैं जिसके चलते वह बीयर बार में जाकर काफी दारू पीता है क्योंकि उसका सपना कॉम्प्लेक्स मैं रहने का था है फिर तभी हम उस बच्ची को देखते हैं जिसका पीछा वह रोबोट कर रहा था वह भागते-भागते जमीन के नीचे एक अंडरग्राउंड में जाकर गिरती है और वहीं पर हमारी मुलाकात अश्वथामा से होती है जो कि किसी तरह से इस बच्ची को बचा लेते हैं बच्ची अश्वथामा को वो मणि दिखाती है जो कि चमक रही थी क्योंकि कलकी अवतार किसी के पेट में पल रहा था वहां एक औरत थी जिसने यासकीन के सीड को 5 महीने से ज्यादा अपने गर्भ में रख लिया था जो कि कोई और नहीं बल्कि उनकी ही लैब की एक फीमेल एक्सपेरिमेंट SUM 80 यानी कि सुमति जिसका रोल दीपिका पादुकोण ने निभाया है अब उसकी ही एक कलीग लीली उसको फसवा देती है जिसके चलते उसको भी सीरम बनवाने के लिए उसी ट्रायंगुलर चेंबर में डाल दिया जाता है लेकिन वो सरवाइव कर जाती है
यानी कि वो पूरी मशीन खराब पड़ गई थी और खाली एक ही बूंद एक्स्ट्रैक्ट हो पाती है अब इसके चलते होता यह है कि पूरी जगह की लाइट चली जाती है और यह मशीन खराब हो चुकी थी इनको अब एक्सट्रैक्शन के दौरान महाभारत का एक बहुत ही खतरनाक हथियार मिलता है जो कि अर्जुन का धनुष था जो कि अचानक से ही एक्टिवेट हो जाता है उसको कोई भी छू नहीं पा रहा था काउंसलर बानी उसको हाथ लगाने कोशिश करता है लेकिन उसको बहुत तेज झटका लगता है वो कम से कम 20 फीट दूर जाकर गिरता है लेकिन हम ये देखते हैं कि लिली ने ही यहां पर सुमति को बचा लिया था असल में वो रेबल ग्रुप की सीक्रेट स्पाई थी और 2 साल से यहां पर वो छुपकर सब कुछ देख रही थी उसको एक सीक्रेट प्रोजेक्ट के बारे में पता लगाना था जो कि यासकीन कर रहा था यानी कि वही प्रेग्नेंट लेडीज वाला उसको लगा था कि सुमति को बचाना जरूरी है और वो उसको एक सीक्रेट रास्ते पर जाने के लिए कहती है क्योंकि टनल के दूसरी ओर उसके आदमी वहां पर वेट कर रहे होंगे साथ ही साथ हम देखते हैं कि अश्वथामा अब मणि को एक्सेप्ट करता है क्योंकि उसका श्राप खत्म हुआ अब उसको कलकी अवतार की या फिर उनकी मां की रक्षा करनी है यानी कि सुमति की अचानक से ही अश्वथामा के सारे जख्म भर जाते हैं और वह बिल्कुल ठीक हो गया था
अब सुमति टनल से बाहर जाने लगती है लेकिन हर तरफ आग वाले सेंसर्स होते हैं जो कि सुमति को तुरंत ही पिघला देते लेकिन हम भगवान श्री कृष्ण की शक्ति को देखते हैं जिसने की गार्ड जल जाते हैं लेकिन उसको कुछ नहीं होता और हम यह भी देख पाते हैं कि भैरवा के साथ भी कुछ डिफरेंट होता है उसके पास कृष्णा जी की एक भारी मूर्ति आकर गिरती है जिसको वो संभालता है लेकिन ऐसा सिर्फ हम देखते हैं कि वह कृष्ण भगवान थे उसको इशारा देते हुए और वो भी फील करता है कि कुछ तो डिफरेंट हुआ है आज काशी के सभी लोग देख पा रहे थे कि वहां पर कुछ ना कुछ अलग था अब लिली के जो रेबल वाले लोग थे वो बाहर वेट कर रहे थे लेकिन हम जानते हैं कि लीली ने खुद की कुर्बानी दे दी अब इन रेबल के अंदर दो लवर्स होते हैं जिनके नाम अज्जू और कायरा था और एक वीरन होता है और वह सुमति को संभालने लगता है उसको संभाला लेकर जाने लगते हैं और यहां पर दीपिका पादुकोण यानी कि इस लैब एक्सपेरिमेंट सम 80 यानी सुमति नाम कायरा ने ही दिया था ये लड़कियां मात्र एक एक्सपेरिमेंट्स के लिए थी इनके कोई नाम नहीं हुआ करते थे और सुमति के नाम की बाउंटी भी निकल जाती है जो कि 5 मिलियन पॉइंट्स की थी और भैरवा भी अब उसके पीछे पड़ जाता है
इसी बीच होता यह है कि इसी मुठभेड़ के अंदर कायरा मारी जाती है और अज्जू घायल हो जाता है और वीरन पकड़ा जाता है तभी अश्वत्थामा उस छोटी बच्ची के साथ वहां पर आता है और सबको मार देता है उनके पास एक लाठी होती है जिसके चलते कोई भी उनको छू नहीं पाता अश्वत्थामा यहां पर 8 फीट से भी ज्यादा का था और वो अपनी ताकत का अच्छा खासा प्रदर्शन देता है भैरवा काफी कोशिश करता है लेकिन वह भी कुछ नहीं कर पाता और बस अश्वथामा सुमति को मां कहकर प्रणाम करता है उसकी रक्षा का एक ही मकसद उसके पास था
जिसके चलते यह लोग चंबाला पहुंच जाते हैं और वहां पर अचानक बारिश हो जाती है मरियम और बाकी सबको यकीन हो जाता है कि यही मां है कलकी इन्हीं के कोक से जन्म लेंगे अंदर एक वृक्ष भी था जिसके नीचे कल्की भगवान का जन्म होना था और यहां पर इतने सालों बाद दो पत्ते भी उगते हैं इसका मतलब कि भगवान आ चुके हैं यहां जैसे कृष्ण अवतार के समय पर बारिश हुई थी ठीक वैसा ही इस समय भी बारिश होता है जिसके कारण सब खुश थे लेकिन दिक्कत यह होती है कि भैरवा कमांडर से यह डील करता है कि सिर्फ वही अश्वथामा को हराकर सुमिता को वापस ला सकता है और कमांडर इसके लिए मान जाता है और भैरवा अपनी कार बुज्जी को ठीक करता है मॉडिफाई करता है जिसको अश्वथामा ने बिल्कुल खत्म कर दिया था लेकिन मन में एक सवाल आता है कि भैरवा आखिर शंभाला कैसे जाएगा क्योंकि शंभाला ऐसे ही खुद से कोई नहीं जा सकता शंभाला चाहेगा तभी वहां पर कोई एंटर कर सकता था असल में भैरवा के पास एक रेबल होता है जो कि संभाला का पता जानता है और यह वही लड़का है जो कि काशी वाले ट्रक में आया था और भैरवा ने 5000 पॉइंट्स के लिए बचा के रखा था वो भैरवा का बहुत ही बड़ा फैन होता है और वो उस पर यकीन करके उसको वहां पर ले जाता है लेकिन भैरवा सिर्फ खुद का सोच रहा था और उसको कलकी और इन सब पर बिल्कुल विश्वास नहीं है अश्वथामा सुमिता को समझाता है कि अगर यहां पे सब लोग खत्म भी हो जाएंगे तो उनका खात्मा अच्छे के लिए ही होगा
और कलकी भगवान का जन्म खास नक्षत्रों में होना है जो कि करीब है और इसलिए वह हमेशा उसकी रक्षा करेगा अश्वथामा अपनी लाठी का भी राज बताता है कि यह लाठी नहीं है बल्कि उसके प्रिय मित्र उससे भी ताकतवर योद्धा कर्ण का धनुष है और इस धनुष का नाम विजय है यानी कि विक्ट्री और यह धनुष कर्ण को किसी और ने नहीं बल्कि स्वयं परशुराम जी ने दिया था लेकिन अश्वथामा का यह कहना था कि अब कर्ण नहीं रहा तो यह मात्र एक बूढ़े व्यक्ति की लाठी बन गई है
दूसरी ओर शंभाला के अंदर भैरवा के साथ-साथ ढेर सारे कॉम्प्लेक्शन का बनाया हुआ एक हथियार था जो कि शंभाला के सारे हथियारों को खत्म कर देता है यानी कि मेन चीज को खत्म कर देता है अश्वथामा और भैरवा के बीच लड़ाई होती है और अश्वथामा उसको हरा भी देता है लेकिन कमांडर मानस मरियम को मार डालता है कमांडर से बचने के चक्कर में सुमिता फ्लाइंग मशीन से नीचे गिर पड़ती है लेकिन उसको अश्वथामा और भैरवा मिलकर बचाते हैं दोनों के पास अपने-अपने मकसद थे लेकिन तभी वहां पर कमांडर आकर अश्वथामा को कैद कर लेता है अब भैरवा बेहोश जहां पे हुआ था वहां पर अश्वथामा की लाठी पड़ी हुई थी अब सुमिता को कमांडर लेकर जा रहा होता है लेकिन तभी वहां पर वो जो वृक्ष होता है उसकी एक पत्ती उस लाठी पर पड़ती है जिससे कि वो लाठी भैरवा के हाथ में आते ही एक्टिवेट हो जाती है
और बस तब जाकर हमको पता चलता है कि असल में भैरवा और कोई नहीं बल्कि कर्ण है क्योंकि कल्की पुराण के हिसाब से जो कल्की होंगे उनको कर्ण के कवच और कुंडल होंगे मगर यहां पर कहानी में थोड़ा चेंज किया गया है और करण के कवच और कुंडल नहीं बल्कि खुद कर्ण आ चुके हैं जैसे उन्होंने अश्वथामा को महाभारत में अर्जुन के बाणों से बचाया था ऐसा लगता है आज भी वह ऐसा ही कर रहा है और यासकीन के एनर्जी बीम को अपने विजय धनुष से काटते हुए कमांडर को मार डालता है
लेकिन धनुष हाथ में ना होने की वजह से उसको फिर से यही लगता है कि वो भैरवा है यानी कि कुछ टाइम के लिए उसको याद आता है कि वो था कौन लेकिन जैसे ही उसके हाथ से विजय धनुष छूट जाता है उसको फिर से याद आता है कि वो तो भैरवा है और यहां पर हमें एक बात पता चलती है कि अश्वथामा से अब तक जो कोई भी लड़ रहा था वो मारा गया था लेकिन खाली यहां पर भैरवा था जो कि बच गया था जिसका रीजन यह है कि वो खुद कर्ण है इन सब के चलते वो बुज्जी के साथ फिर से सुमिता को लेकर जाने लगता है यानी कि यासकीन के पास में अश्वथामा उसको रोकने की कोशिश करता है लेकिन टेक्नोलॉजी काफी एडवांस थी और वो उसको चकमा देकर वहां से निकल जाता है शंभाला का बुरा हाल हो चुका था हर तरफ त्राहिमाम मचा हुआ था ऐसा लग रहा था कि वहां पर महाभारत हुई हो अश्वथामा को समझ आ जाता है कि भैरवा उसका मित्र कर्ण रूप में है
लेकिन उसको चीजें ठीक से याद नहीं है और अब अश्वथामा की जिम्मेदारी है कि व कर्ण को याद दिलाए कि वो है ताकि यासकीन को हराने में और कल्की के जन्म में वो उनकी हेल्प करेंगे और ऐसा माना भी गया है कि यहां पर सात चिरंजीवी लगेंगे कली को हराने के लिए
अब यह हमें शायद नेक्स्ट पार्ट में बताया जाएगा कि सात चिरंजीवी कौन-कौन से आने वाले हैं एक तो हमारे हिसाब से हनुमान जी होने वाले हैं और बाकी कौन से होने वाले हैं साथ चिरंजीवी अगर आपको मालूम है तो कमेंट में जोड़ बताइएगा
फिर हम देखते हैं की यासकीन यानी कि कली पुरुष को वह सुमिता वाले सीरम की एक बूंद मिल जाती है जिसको व इंजेक्ट करते ही काफी हद तक सही हो जाता है उसको ऐसी शक्ति का अनुभव होने लगता है कि ऐसी शक्ति आज तक नहीं मिली थी तब जाकर उसका शरीर बिल्कुल स्वस्थ हो जाता है और वह यह कहता है कि सुमिता को लेने और कल्की के जन्म को रोकने अब वो खुद जाएगा इनफैक्ट यहां पर यासकीन यानी कि कली उस गांडीव तक को भी उठा लेता है उसके पीछे हम छह हाथों को देख पाते हैं यानी कि यहां पर वो एक गॉड की तरह खुद को दिखा रहा था और ऐसा वेदों के अंदर भी लिखा मिलता है कि जो कली पुरुष होगा उसके कई सारे हाथ होंगे वो दिखाएगा कि मैं कितना महान हूं यहां पर वो कृष्ण भगवान को कॉपी करने की कोशिश कर रहा था
अब आप ये सोच रहे होंगे कि जब इस गांडीव को कोई मशीन या कोई इंसान नहीं उठा पाया तो यहां पर यासकीन ने ऐसा कैसे कर लिया तो उसके अंदर कलकी अवतार की एक बूंद चली गई थी यानी कि उनकी एनर्जी चली गई थी जिसके कारण वो इसको उठा पाया हम यह भी देखते हैं कि उसके शरीर से जुड़े हुए जो लाइफ वाले तार होते हैं वह भी अलग हो जाते हैं और उसके इर्दगिर्द हम छह मैजिकल उड़ते हुए गोले को देख पाते हैं जो कि काम क्रोध मद लोभ मोह और अहंकार को दर्शाते हैं इनफैक्ट हमने यह कहानी सुना है जो कली पुरुष है उसको यहां पर कुछ चीजों के अंदर दी गई थी गई थी जैसे कि लोग, काम, प्रोस्टिट्यूशन और भी बहुत कुछ और इस मूवी के अंदर भी यही सब चीज हो रही थी और कली पुरुष वो इन सब गलत कामों के अंदर बसता है जैसे कि स्लॉटर अल्कोहल गोल्ड प्रॉस्टिट्यूशन इन्हीं सब के चलते इंसान का दिमाग खराब होता है और हमें दिखाया भी जाता है कि कली का इन सब पर कंट्रोल है और इसी के साथ में कलकी 2898 एडी मूवी यहीं पर खत्म हो जाती है
अब हम कुछ बचे हुए पॉइंट्स को कर कर लेते हैं स्टार्टिंग में जो हमने देखा था कि कैसे अश्वथामा ने एक ब्रह्मास्त्र चलाया था उत्तरा के गर्भ की तरफ लेकिन ऐसा डायरेक्टली नहीं हुआ था असल में हुआ यह था कि अश्वथामा बहुत ही गुस्से में था और उसने सोचा कि वह रात में जाकर पांडवों को मार डालेगा लेकिन कैंप के अंदर उनके बच्चे होते हैं जिसके चलते होता यह है कि अर्जुन और भीम बहुत ही ज्यादा गुस्से में आ गए थे और व अश्वथामा को मारने वाले थे अश्वथामा जानता था कि अर्जुन और भीम बहुत ताकतवर थे अश्वथामा इसके चलते डर गया था और वेदव्यास के आश्रम में भाग गया था यानी कि वो उनकी प्रोटेक्शन लेने गया था अब जो पांडव होते हैं
वहां पर कृष्ण भगवान के साथ आते हैं अब जो भीम होता है वो तुरंत ही अश्वथामा को मारने के लिए दौड़ पड़ता है अश्वथामा को लगता है कि अब उसका खेल खत्म हो चुका है जिसके चलते वह पांडवों की तरफ ब्रह्मास्त्र को चला देता है अब इस चीज को देखते हुए अर्जुन ने भी अपना ब्रह्मास्त्र उसकी तरफ चला दिया था अब भगवान कृष्ण जानते थे कि इसके चलते क्या होगा आने वाली जनरेशन खत्म हो जाएंगी धरती खत्म हो जाएगी जिसके चलते उन्होंने वेदव्यास जी से यह कहा था कि आप ब्रह्मास्त्र को आपस में टकराने से रोक लीजिए अब वेदव्यास जी ने यहां पर ब्रह्मास्त्र को बीच हवा में ही पकड़ लिया था जिसके बाद कृष्ण भगवान ने अर्जुन और अश्वथामा दोनों को कहा कि वह अपना ब्रह्मास्त्र वापस बुला ले अर्जुन को ब्रह्मास्त्र को वापस बुलाने का मंत्र पता था लेकिन अश्वथामा यह बोलता है कि उसको खाली ब्रह्मास्त्र चलाना आता है लेकिन वापस लेना नहीं इसीलिए कहा जाता है अधूरी नॉलेज खतरनाक होती है ज्ञान हो तो पूरा हो वर्ना ना हो अब कृष्ण भगवान ब्रह्माजी याद ना करते हैं और वह उन्हें अपने ब्रह्मास्त्र को वापस लेने के लिए कहते हैं ब्रह्मा जी बोलते हैं कि अगर एक बार इस अस्त्र को किसी का नाम लेकर छोड़ दिया गया है तो वह उसको खत्म कर कर ही वापस आएगा जिसके कारण यह होता है कि इस ब्रह्मास्त्र दिशा को चेंज करके उत्तरा के गर्भ की तरफ भेज दिया जाता है जहां पर अभिमन्यु का बच्चा पल रहा था जिसके कारण उत्तरा एक मरे हुए बच्चे को जन्म देती है
कृष्ण भगवान उसको अपनी गोद में लेकर उसे पुनर्जीवित कर देते हैं जिसके चलते उसका नाम परीक्षित पड़ता है और इस समय भगवान श्री कृष्णा अश्वथामा को श्रॉफ देते हैं कि वो अब हमेशा जिंदा रहेगा उसके खाओ कभी नहीं भरेंगे उसके माथे से खून निकलता रहेगा और उनके माथे से उनकी मनी निकाल ली गई थी मनी और अश्वत्थामा के माथे की मणि श्री कृष्ण भगवान नहीं बल्कि भीम निकालते हैं मगर कलकी मूवी में स्टार्टिंग वाला सीन है वो इसलिए दिखाया गया है ताकि आपको समझने में आसानी हो हमें समझने में आसानी हो इस चीज को सिंपल तरीके से दिखाया गया है पार्ट टू मैं हमें और डिटेल में चीजें बताई जाएंगी
तो फ्रेंड्स इ इस मूवी की रिव्यू आपको कैसी लगी आप हमें जरूर बताइ इस मूवी को अगर आप देखना चाहते हैं तो के कमेंट बॉक्स में आपको उसका लिंक मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं बिल्कुल फ्री
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