तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2023 में आई एक तेलुगु थ्रिलर फिल्म अथर्वा के बारे में 1 घंटे 56 मिनट की CRIME, DRAMA और THRILLER मूवी ATHARVA 1 DECEMBER 2023 को Atharva, Telugu, Tamil, Malayalam, Kannada लैंग्वेज में नजदीकी सिनेमा घरों में रिलीज कर दी गई थी मगर अब आप इस मूवी को हिंदी लैंग्वेज में भी देख पाएंगे जिसका लिंक आपको वीडियो मैं मिल जाएगा
इस मूवी के स्टार कास्ट की बात करें तो Karthik Raju, Simran Choudhary, Arvind Krishna है इनके अलावा और भी किरदार इस मूवी में दिखाई देंगे
इस मूवी के डायरेक्टर और WRITER Mahesh Reddy हैं
फिल्म की स्टार्टिंग में हमें करण नाम का बंदा दिखाया जाता है जैसे कपट्टी पर किसी ने बंदूक रखी हुई थी और वह उसे मारने वाला था फिर फिर तुरंत मूवी पेस्ट में चली जाती है कि आखिर अथर्वा ने ऐसा क्या किया था जिसकी वजह से वो लोग उसके जान के दुश्मन बन गए थे दरअसल कई महीनों पहले अथर्वा एक पुलिस वाला बनना चाहता था जहां पर उसने हर एक टेस्ट दिए थे लेकिन वो फिजिकल क्लियर नहीं कर पाता था क्योंकि उसे अस्थमा की बीमारी थी जिसकी वजह से वो ज्यादा देर तक भाग नहीं सकता था करण के गांव में सभी लोग जानते थे कि वह एक इंस्पेक्टर बनना चाहता है लेकिन वो बार-बार फेल हो जाता था जिसकी वजह से सभी गांव वाले उसका मजाक उड़ाया करते थे लेकिन उनके मजाक उड़ाने के बावजूद भी करण बिल्कुल भी बुरा नहीं मानता था क्योंकि उसका यह मानना था कि वो एक ना एक दिन पुलिस वाला जरूर बनेगा
रात को उसके गांव का पुलिस वाला जब वहां से गुजर रहा होता है तो वह उसे अपने पास बुलाता है ड्रिंक करने के लिए और वह अंकल वहां पर आते हैं और उसे बताते हैं कि अगर उसका पुलिस में सिलेक्शन नहीं हो पा रहा है तो वह फॉरेंसिक डिपार्टमेंट में चला जाए जिसका एग्जाम अभी कुछ दिनों में है और अगर वह पास हो गया तो फॉरेंसिक टीम में चला जाएगा जो कि पुलिस की मदद करते हैं केस सॉल्व करने में यह बातें सुनकर वह खुश हो जाता है क्योंकि उसे उसमें फिजिकल नहीं देना था और वो उसका फॉर्म भर देता है और कड़ी मेहनत से पढ़ाई करता है और कुछ महीनों बाद जब रिजल्ट आता है तो उसका सिलेक्शन भी हो जाता है इसकी वजह से उसका दोस्त बहुत खुश होता है क्योंकि अथर्वा की अब सरकारी नौकरी लग गई थी अब अथर्वा अपनी नौकरी पर जाता है जहां पे उसका एचओडी उसे उसकी टीम से मिलवाता है जिसमें सिर्फ तीन लोग होते हैं सारा जो कि फॉरेंसिक साइंस की एक्सपर्ट थी दिवाकर जो कि वीडियोग्राफर था और नानी जो कि फोटोग्राफर था अथर्वा इन सबसे मिलके बहुत ही ज्यादा खुश हो जाता है क्योंकि उसे अब एक नया ऑफिस मिल गया था काम करने के लिए वो लोग उसे कंप्यूटर पे बैठा देते हैं और उसे कई सारे फाइल्स को चेक करने के लिए बोलते हैं अब अथर्वा हर दिन इंतजार करने लगता है कि कब उसके पास कोई रियल केस आए लेकिन उसके पास कोई भी केस नहीं आ रहा था जहां पे उसे साबित करने को मिले कि वह भी एक एक्सपर्ट है एक दिन नानी और अथर्व जब चाय पी रहे होते हैं तो नानी उसे बताता है कि वह सारा से दूर ही रहे क्योंकि सारा बहुत ही खतरनाक लड़की है
जिसके बॉयफ्रेंड के साथ उसकी हमेशा लड़ाई होती रहती है और उसका जो बॉयफ्रेंड है वो डीआईजी का बेटा है जो कि एक साइको है और वह सारा को बहुत ही गंदी गालियां देता है और सारा जब उसे छोड़ने की बात करती है तो वो उसे धमकता है कि वो उसे जान से मार डालेगा इसलिए सारा परेशान रहती है और वो उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाती कुछ दिनों बाद उनके पास एक चोरी का केस आता है और अथर्व सुनके खुश हो जाता है क्योंकि पहली बार उसके पास कोई केस आया था व अपने कपड़े पहन के वहां पे निकल जाता है उस केस को सॉल्व करने के लिए
वो एक चोरी का केस था जहां पे कुछ गहने चुरा के चोर भाग गए थे और उन्हें पता लगाना था कि आखिर वो यहां से एंट्री और एग्जिट कैसे किए थे इस केस को एसीपी हैंडल कर रहा था और उसने अपने एसआई नावेल को वहां पे भेजा था इसको देखने के लिए नावेल सिक्योरिटी से पूछता है कि जब वो लोग यहां पर आए तो वो क्या कर रहा था तो सिक्योरिटी गार्ड कहता है कि वो दरअसल सो रहा था उसके बाद फॉरेंसिक टीम वहां पर आती है और वहां पर जांच पड़ताल करना शुरू कर देती है और तभी सारा का बॉयफ्रेंड भी उसे कॉल करता है लेकिन सारा उससे कहती है कि सही वक्त नहीं है कॉल करने के लिए लेकिन वो उससे कहता है कि यही सही वक्त है तो वो चुपचाप उससे बात करें तभी वहां इंस्पेक्टर रविंद्र आता है उस केस की छानबीन करने के लिए और वो नानी से पूछता है कि ये नया लड़का कौन है तो बताता है कि इसका नाम करण अथर्वा है और ये नया जॉइन हुआ है और पहले इसे पुलिस वाला ही बनना था तभी उन्हें वहां पर एक टूटा हुआ कांच नजर आता है तो नाविल रविंद्र को बताता है कि शायद यहीं से वो लोग अंदर और बाहर गए होंगे लेकिन अथर्वा उनसे कहता है कि ये बिल्कुल सच नहीं है उसके मुताबिक वो लोग किसी और रास्ते से आए थे उसने जब जांच पड़ताल करी तो उन्हें पता चला कि कहीं पर भी फिंगरप्रिंट्स नहीं मिले हैं लेकिन बाथरूम की छोटी सी खिड़की के बाहर कई सारे फुटप्रिंट्स हैं जिससे वो जान पाया कि वो लोग बाथरूम की खिड़की से ही अंदर आए और वहां से बाहर गए सबसे पहले वो लोग ग्राहक बन के ज्वेलरी शॉप में आए थे जहां पे उन्होंने सारा निरीक्षण कर लिया कि कहां पे क्या चीज रखी हुई है और उसके बाद उन लोगों ने प्लानिंग करी उनमें से एक बंदा वॉशरूम में गया और उसने देखा कि उसकी खिड़की काफी बड़ी है जिसकी वजह से वो यहां से अंदर बाहर जा सकते हैं इसीलिए उन लोगों ने प्लानिंग करी और अगले दिन आकर यह चोरी करी जब वो वाश रूम के बाहर जाते हैं तो उन्हें वहां पर एक तंबाकू का पैकेट भी मिलता है और वहां पे एक न्यूज़पेपर भी था जो कि गुजराती में था जैसे वो समझ जाते हैं कि चोर जरूर गुजरात का होगा वो तेलंगाना में मौजूद सभी गुजराती नंबर्स को ट्रैक करते हैं जहां पे उन्हें पता चलता है कि ऐसे सात लोग हैं जो कि उस नंबर को इस्तेमाल करते हैं और वो सभी जब उन्हें पकड़ते हैं तो व सभी सच उगल देते हैं कि वही सातों लोग चोर थे जिन्होंने वो चोरी करी थी
अथर्वा की मदद से पुलिस ने इस केस को सॉल्व कर लिया था जिसकी वजह से अथर्वा बहुत ज्यादा खुश था और जब रविंद्र न्यूज़ रिपोर्टर को इंटरव्यू दे रहा होता है तो अथर्वा रिपोर्टर्स में अपने 10 साल पहले प्यार को देखता है जिसका नाम नित्या था और कॉलेज टाइम में वो उसे बहुत ही पसंद किया करता था फिर हमें 10 साल पहले ही कहानी दिखाई जाती है जहां अथर्वा उस पर ट्राई कर रहा था लेकिन जब भी वह उसे मन की बात कहने जाता था उसमें जरा भी हिम्मत नहीं बचती थी इसीलिए वो उसे प्यार का इजहार नहीं कर पाता था यह कहानी सुनकर नानी उससे कहता है कि अगर वो नित्या को अपने प्यार का इजहार नहीं कर पाया तो आज जाके वो उससे सारी बात बोल दे वो उसे नित्या से मिलवाता है जहां पे नित्या उसे पहचान जाती है और वो उसे कहती है कि उसे याद है कि कॉलेज में वह उसका सीनियर हुआ करता था
उसके बाद वो दोनों मिलने लगते हैं और उन दोनों में काफी अच्छी दोस्ती हो जाती है लेकिन अथर्व के पास अब भी हिम्मत नहीं आती उसे सच बताने की कि वो उससे प्यार करता है एक दिन वो दोनों रेस्टोरा में कॉफी पी रहे होते हैं जहां पर नित्या उसे बताती है कि अभी उसे उसकी दोस्त जोशनी का कॉल आया था जो कि एक फेमस एक्ट्रेस है और उसने उसे मिलने के लिए बुलाया है तो अगर उसे ऐतराज ना हो तो वो भी उसके साथ चले उससे मिलने के लिए अथर्वा तैयार हो जाता है और जब वो दोनों जोशनी के घर में पहुंचते हैं तो देखते हैं कि जोशनी और उसका पति शिवा दोनों ही जमीन पर पड़े हुए हैं और उन दोनों की गोली से मौत हो गई है और शिवा की हाथ के पास वो गन है ये देखकर नित्या हैरान हो जाती है और जोशनी को उठाने के लिए जाती है लेकिन तभी अथर्वा उसे रोक देता है और उससे कहता है कि ये क्राइम सीन है वो इसमें कुछ भी छेड़छाड़ करने की कोशिश ना करें उसके बाद वो लोग पुलिस को वहां पे बुलाते हैं और पुलिस अपनी छानबीन शुरू करती है लेकिन पुलिस के मुताबिक बंदूक शिवा के हाथ में मिली थी जिसका मतलब यह था कि पहले उसने अपनी गर्लफ्रेंड को मारा और उसके बाद खुद आत्महत्या कर ली
वो पड़ोसी से भी उनके रिलेशनशिप के बारे में पूछते हैं तो पड़ोसी उन्हें बताते हैं कि दरअसल उन दोनों में काफी मतभेद चल रहे थे क्योंकि उन लोगों ने देखा था कि वो एक दूसरे पे काफी चिल्लाया करते थे अब ये सुनके पुलिस इस कंक्लूजन प पहुंचती है कि ये एक आत्महत्या का केस है लेकिन अथर्व जब वहां पर छानबीन करता है तो उसे यह आत्महत्या का केस नहीं लग रहा था उसे कहीं ना कहीं ये लग रहा रहा था कि यह सिर्फ मर्डर है हर जगह न्यूज़ पर यह बताया जाता है कि इस केस को अब पुलिस बंद कर रही है ये सारे सबूतों के बाद उन्हें पता चला है कि यह ओपन एंड शट केस है
अगले दिन नित्या पुलिस स्टेशन जाती है जहां वह रविंद्र से कहती है कि यह बिल्कुल भी ओपन एंड शट केस नहीं है शिवा और जोशनी एक दूसरे से प्यार करते थे और वो एक दूसरे के बिना नहीं रह सकते थे और वो सिर्फ रूमर्स के बेसिस पे इस केस को बंद नहीं कर सकता क्योंकि उसका मानना है कि उन दोनों का मर्डर हुआ है रविंद्र उससे कहता है कि उनके पास कोई भी सबूत नहीं है जिसकी मदद से यह साबित हो सके कि यह मर्डर है इसीलिए उनलोगों ने इस केस को बंद कर दिया है ये सुनकर नित्या बहुत ज्यादा परेशान हो जाती है और अथर्व उससे कहता है कि उसे उसकी बात पे पूरा यकीन है तो उसे स्टार्टिंग से बताए कि आखिर वह ऐसा कैसे कह सकती है
नित्या उसे बताती है कि शिवा एक फिल्म डायरेक्टर था जहां पे जोसना ने उसकी फिल्म में काम किया था और तब से ही वो दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे थे उनकी फैमिली को भी उनके रिलेशनशिप के बारे में पता था और वो दोनों हमेशा साथ में खुश ही रहते थे वो दोनों एक्टिंग किया करते थे लड़ाई करने का ताकि वो लोग अपनी एक्टिंग स्किल्स को इंप्रूव कर सकें अदर वाइज उनके समझ जाता है कि अगर उनका प्यार इतना ज्यादा था तो ये तो मुमकिन नहीं हो सकता कि सत्या अपनी गर्लफ्रेंड को ही मारेगा इधर पुलिस जोशना के एक्टर के पास भी पहुंचती है और उससे पूछा जाता है क्या उसका रिलेशनशिप जोसना के साथ चल रहा था वो उससे कहता है कि ऐसा कुछ भी नहीं था वो बस उसकी कोस्टार थी और कुछ भी नहीं दरअसल उस एक्टर ने जोशना के साथ गलत करने की कोशिश करी थी लेकिन जोशना ने उसे इंकार कर दिया था और वहां से चली गई थी और तब से ही यह रूमर फैलने लगा था कि वो दोनों रिलेशनशिप में थे
कुछ दिनों बाद अथर्व नानी को लेकर उस क्राइम लोकेशन पे पहुंचता है और उसे बताता है कि कातिल ने कोई ना कोई सबूत वहां पर जरूर छोड़ा होगा जब वो वहां पर छानबीन करता है तो उसे वहां पर एक सरप्राइज बॉक्स मिलता है और जब वो उसे खोलता है तो उसके अंदर एक रिंग थी उसके बाद वो पुलिस स्टेशन जाता है जहां पे वो एविडेंस चेक करना चाहता था लेकिन पुलिस वाले उसे मना कर देते हैं एविडेंस दिखाने के लिए वो उन लोगों को मना लेता है तो वो उसे एविडेंस रूम में ले जाते हैं जहां पे वो सत्या के वॉलेट को देखता है जिसके अंदर एक पर्ची थी और जब वो उस पर्ची को देखता है तो उसे पता चलता है कि वो उस रिंग का बिल है अथर्व समझ जाता है कि सत्या जोशनी को सरप्राइज देना चाहता था इसीलिए उसने वो रिंग वहां पे रखी थी ताकि जब वो उसे रिंग को देखे तो वो सरप्राइज्ड हो जाए
उसके बाद वो दिमाग लगाता है और उसे पता चलता है कि जिस वक्त सत्या आपने सूट के लिए घर के लिए निकला होगा वह ठीक टाइम पे पहुंचा और सारा टाइम बिल्कुल मैच कर रहा था जिससे ये साबित हो रहा था कि उसने गन नहीं खरीदी होगी उसने कुछ टाइम पहले जोशना को फोन किया था और बताया था कि वह घर आ रहा है और जब वो घर पहुंचा तो उसके हाथ में कुछ चाबियां थी लेकिन वो चाबियां उसके एविडेंस बॉक्स में नहीं मिली थी अब अथर्वा ये बात पता लगाने लगता है कि आखिर वह चाबी कहां पर गई अगले दिन वो उसके घर में वो चाबी ढूंढने लगता है लेकिन वो चाबी उसे कहीं पर भी नहीं मिलती शिवा के मां-बाप उसे बताते हैं कि उन्हें जोशना और उसका रिश्ता मंजूर था और उन्हें भी पता है कि उन दोनों में कभी भी अनबन नहीं होती थी
अगले दिन शिवा जब अपने काम पर होता है तो उसे ऐसा ही धमकी देता है जहां वो उससे कहता है कि वह इस केस पे काम करना बंद करें ये केस कब का बंद हो चुका है और रविंद्र सर को अगर इस बारे में पता चला तो वो उसे सस्पेंड करवा सकते हैं उसके बाद अथर्वा उस एक्टर का इंटरव्यू देखता है जहां पर वह जोशना के बारे में बात कर रहा था वो कहता है कि वो उसकी कोएक्टर थी और उसकी मौत से उसे काफी खेद है अथर्वा को लगने लगता है कि शायद उसने ही उसे मारा होगा इसीलिए वो एक प्लान बनाता है ताकि वो उसको पकड़ के सच उगलवा सके वो एक्टर को जब एक पब में देखता है तो वो अपनी टीम के साथ वहां पर जाता है जहां पे सारा भी उनकी मदद करने के लिए तैयार हो जाती है उस एक्टर के पास जाती है और उसके ड्रिंक में सच बोलने की दवा मिला देती है जब वह एक्टर उसे ड्रिंक को पीता है तो वो सच ही बोलने लगता है अथर्व उससे पूछता है कि आखिर उसने उसे क्यों मारा तो वो उसे कहता है कि जोशना को उसने नहीं मारा है जिससे वो समझ जाते हैं कि वह कातिल बिल्कुल नहीं है जब वो उसे सवाल जवाब कर रहे होते हैं तो अचानक से पुलिस वाला उनकी वीडियो बना लेता है और वो वीडियो एचओडी को भेज देता है जिसकी वजह से अथर्वा को 6 महीने के लिए सस्पेंड कर दिया जाता है अथर्वा को सस्पेंशन से कोई भी फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि वो चाहता था कि वह इस केस की जड़ तक जाए और असली कातिल तक पहुंच सके व अपने दोस्तों को बताता है कि क्या उन्हें पता है कि वो पुलिस वाला क्यों बनना चाहता था
तो उसके दोस्त उससे बोलते हैं कि उन्हें इस बारे में नहीं पता वो बताता है कि दरअसल उसके पिता को जबरदस्ती पुलिस वालों ने गिरफ्तार कर लिया था और वो भी उस क्राइम के लिए जो कि उन्होंने कभी किया ही नहीं था न उसके पिता ने जेल में ही आत्महत्या कर ली थी जिसके बाद से ही उसे लगा कि वह किसी भी मासूम इंसान को जेल में नहीं जाने देगा और तब से ही उसने फैसला किया कि वह एक पुलिस वाला बनेगा अथर्वा नित्या से पूछता है कि जोशना ने उसे कितने दिन बाद कॉल किया था तो वो उसे बताती है करीब 20 दिन बाद उसने उसे कॉल किया था उसे कहता है कि उसने जोशना के सारे कॉल रिकॉर्ड्स निकलवाए हैं क्योंकि उसकी मैनेजर का कहना है कि वह बहुत ही ज्यादा परेशान होने लगी थी और उसे हमेशा एक ही नंबर से कॉल आता था जिससे व बहुत ज्यादा परेशान हो जाती थी जब वो कॉल रिकॉर्ड्स चेक करते हैं तो उन्हें एक नंबर मिलता है लेकिन वो नंबर आउट ऑफ सर्विस होता है
जिसकी वजह से वो उसबंदे से बात नहीं कर पाते उसके बाद वो उसके अकाउंट की डिटेल्स देखते हैं जहां पे उसने ₹10 लाख एक ही बार में किसी को भेजे थे ये देखकर वो हैरान हो जाते हैं और सोचते हैं कि आखिर इतने सारे पैसे वो एक बार में किसी को क्यों भेजेगी वो बैंक में जाते हैं इसका पता लगाने के लिए तो वो उस बंदे का एड्रेस निकलवा लेते हैं जिसके अकाउंट में वो गया था और जब वो वहां पर पहुंचते हैं तो वैसा कोई बंदा वहां पढ़ मौजूद ही नहीं होता यानी कि वो फेक आईडी और एड्रेस था जो वापस जा रहे होते हैं तो अथर्वा को वही सेम बंदा नजर आता है जो कि बस डिपो में कुछ बेच रहा था और उसे पकड़ लेते हैं और उस सच बोलने को कहते हैं तो बंदा कहता है कि एक लड़का उसके पास आया था जिसने उसकी पैसों में मदद करी थी और उसकी फोटो भी ले गया था और उसने कहा था कि अगर वो बैंक में अकाउंट खुलवाए तो वो उसे और पैसे देगा इसलिए उसने बैंक में नकली अकाउंट खुलवा लिया और उसके बाद से ही वह बंदा वहां से चला गया अब अथर्वा सोचता है कि अगर वो लोग बैंक में गए थे तो सीसीटीवी फुटेज में उस बंदे का चेहरा जरूर नजर आ जाएगा वो अपने एक दोस्त को कॉल करता है और उसे रिकॉर्ड्स निकालने को कहता है लेकिन उस बैंक के पास जो रिकॉर्ड होता है उसमें उसका चेहरा साफ नजर नहीं आ रहा था तभी वो देखता है कि एक न्यूज़ चैनल का कैमरा भी वहां पे है जिसके अंदर उसका चेहरा आया होगा तो वो उस न्यूज़ चैनल से कांटेक्ट करवाता है जब रिकॉर्डिंग उन्हें मिलती है तो उस बंदे का चेहरा साफ-साफ नजर आ जाता है और उसके बाद वो उस बंदे की तलाश में लग जाते हैं तभी HOD वहां पर आता है और अथर्वा को वहां से भगा देता है और उसे कहता है कि अब वो सस्पेंड हो गया है तो वो यह काम नहीं कर सकता अगले दिन अथर्वा जोशनी के स्टाफ के पास जाता है ताकि वो उस बंदे के बारे में पता कर सके लेकिन किसी ने भी उस बंदे को नहीं देखा था तभी वो देखता है कि उसका जो स्पॉट बाय है वह अजीब तरह से बर्ताव करने लगता है और जब वो उसको पकड़ने के लिए जाता है तो वहां से भाग निकलता है जब उसके घर के पास पहुंचते हैं तो वहां पर वह उसी कैप वाले बंदे को देखता है और जब उसे पकड़ने के लिए जाता है तो वो उसे नहीं पकड़ पाता क्योंकि भागते हुए उसकी सांस फूलने लगी थी अब अथर्वा उनसे सच उगलवाने के लिए उन्हें नकली केस में फंसा देता है यहां पर वह जान गया था कि वो स्पॉट बाय रेंट पे रहता है और उसके साथ उसके दो दोस्त भी रहते हैं इनमें से एक वही दोस्त है जो कि उस फोटो में था वो उन तीनों को नकली केस में फंसा देता है जिससे उन्हें बहुत मार पड़ती है और उसके बाद वो वहां पर आता है और उनसे कहता है है कि अगर वो सच नहीं बताएंगे तो वह उन्हें मर्डर के केस में ही फंसा देगा ये सुनके वो तीनों डर जाते हैं और उन्हें सच बताते हैं
वो बताते हैं कि दरअसल वो एक्ट्रेस को ब्लैकमेल कर रहे थे क्योंकि उनकी नौकरी से उन्हें इतने ज्यादा पैसे नहीं मिलते जिससे वो रोजी-रोटी चला सकें इसीलिए उन लोगों ने फैसला किया कि वो एक्ट्रेसेस को ब्लैकमेल करेंगे वो जब वैनिटी वैन में होती थी तो वहां पे कैमरा छुपा देते थे जिससे कि उनकी प्राइवेट वीडियो बन जाती थी और व उन्हें ब्लैकमेल किया करते थे और जोशना के साथ भी उन्होंने यही किया था और ₹10 लाख उसी के लिए लिए थे अथर्वा पूछता है कि उन तीनों में से उसका मर्डर किस ने किया तो वो तीनों उसे बताते हैं कि उन लोगों ने उसे नहीं मारा है ये सुनके अथर्व समझ जाता है कि ये तीनों कातिल नहीं है और तभी उसके दिमाग में आता है कि क्या पता जो भी कातिल वहां पर आया हो वो शिवा को मारना चाहता हो और जोशना से उससे कोई लेना देना नहीं था उसके बाद अथर्व रविंद्र के पास जाता है और उसे बताता है कि जोशना सिर्फ एक कॉलेटरल डैमेज थी और कातिल का जो मेन टारगेट था वो शिवा था रविंद्र यह बात सुनकर हैरान हो जाता है और उससे कहता है कि वो इस केस पर काम करना बंद करें और वो उसे तुरंत वहां से भगा देता है
उसके बाद हमें प्रेजेंट का सीन दिखाया जाता है है जहां पे अथर्वा को वो गुंडे पकड़ के ले आए थे उसे जान से मारने के लिए लेकिन तभी अथर्वा उन गुंडों को बुरी तरह पीटता है और वो उस बंदे से उगलवाता है कि आखिर इसके पीछे कौन है वो बताता है कि एसआई भी इसमें शामिल है और वो सभी एसआई को पकड़ के ले आते हैं और उसे दारू पिला देते हैं जिसके अंदर उन्होंने सच बोलने की दवाई डाल रखी थी जब वो एसआई से पूछते हैं कि आखिर उसने सत्या को क्यों मारा तो बताता है कि व एक बिजनेसमैन के लिए काम करता है जिसकी कई सारी फैक्ट्रीज हैं लेकिन वो देश को नुकसान पहुंचाती हैं लेकिन वो फैक्ट्रीज इलीगल हैं और वो बंदा बहुत बड़ा बिजनेसमैन है उसने एक ऐसी चीज बनाई जिससे कि सारी जमीनें तबाह होने लगी थी और उसने सारे ऑफिशियल को पैसे भी खिला दिए थे इस प्रोजेक्ट को कंटिन्यू रखने के लिए जो भी उनके बीच आता था वो उसे मार डालता था लेकिन विनोद नाम के एक जर्नलिस्ट ने सारी बात पता लगा ली थी और फाइल में रिकॉर्ड कर लिया था और जो विनोद था वो सूर्या का अच्छा दोस्त था इसलिए सूर्या जब उससे मिलने आया था तो उसने उसे बिना बताए उसकी की चेन के पेन ड्राइव में सारी फाइल्स को लोड कर दिया था और उसके बाद वो मारा गया
जब शिवा ने अपने लैपटॉप में उन फाइल्स को खोला तो वो सब देखकर वो हैरान हो गया और तुरंत एसआई के पास गया और उसे सारी बात बताई जैसे कि उस एसआई ने उसे और उसकी वाइफ को मरवा दिया और ये सारी चीजें रिकॉर्ड हो जाती है और इंस्पेक्टर रविंद्र अपनी टीम के साथ वहां पे मौजूद था जो कि एसआई और उस बंदे को गिरफ्तार कर लेता है और वो उस बिजनेसमैन को भी गिरफ्तार करके अपने साथ ले जाते हैं जिससे कि शिवा पे लगाए हुए सारे इल्जाम रद्द हो जाते हैं और वो इनोसेंट साबित होता है उसके बाद हमें कुछ महीने बाद की कहानी दिखाई जाती है जहां अथर्व ने दोबारा ड्यूटी जवाइन कर ली थी और उसे कॉल आता है सारा के घर आने के लिए जब सारा के घर पहुंचता है तो वहां पर उसे सारा की लाश मिलती है जिसकी गर्दन गायब थी और उसके कांच पर लिखा हुआ था कि अथर्वा मैं तुम्हारे लिए आ रहा हूं यह देखकर अथर्वा हैरान हो जाता है और इसी के साथ यह मूवी यहीं पर खत्म हो जाती है इस मूवी का और देखकर हमें तो यही लगता है कि अथर्व तू जल्द ही आपके सामने प्रकट होने वाली है क्योंकि डायरेक्टर ने मूवी के और में कुछ क्लूज छोड़ दिया है सेकंड पार्ट को बनाने के लिए
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