Pushpa: The Rise was released worldwide on 17 December 2021 in theatres to mixed reviews

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2021 में आई हुई ACTION CRIME DRAMA और THRILLER MOVIE Pushpa: The Rise - Part 1 के बारे में 2 घंटे 59 मिनट की यह मूवी दमदार एक्टिंग और स्टोरी को देखकर लास्ट में आपको इस मूवी का सबसे दमदार डायलॉग आपको याद रह जाएगा पुष्पा नाम सुनकर फ्लावर समझेगा फायर है मैं झुकेगा नहीं साला

यह MOVIE 17 December 2021 को HINDI और Telugu लैंग्वेज में हमारे नजदीकी सिनेमाघर पर रिलीज कर दी गई थी अगर आप इस मूवी को वॉच करना चाहते हैं तो इस वीडियो के बीच में मैं आपको बता दूंगा कि आप इस मूवी को कैसे फ्री में देख पाएंगे तो प्लीज वीडियो को पूरा देखें

इस मूवी के स्टार कास्ट की बात करें तो Allu Arjun है इस MOVIE में जिन्हें Pushpa Raj के नाम से जानेंगे

Fahadh Faasil है इस MOVIE में जिन्हें Bhanwar Singh Shekhawat के नाम से जानेंगे

Rashmika Mandanna है इस MOVIE में जिन्हें Srivalli के नाम से जानेंगे

Jagadeesh Prathap Bandari है इस MOVIE में जिन्हें Kesava के नाम से जानेंगे

Sunil है इस MOVIE में जिन्हें Mangalam Srinu के नाम से जानेंगे इनके अलावा और भी किरदार इस मूवी में दिखाई देंगे

इस मूवी के डायरेक्टर और WRITER Sukumar है

मूवी के शुरुआत में हमें गिटार के बारे में बताया जाता है जो कि जापान के लोग शादी में गिफ्ट के तौर पर दिया करते थे यह गिटार भारतीय रुपए के हिसाब से 8 लाख का मिलता था क्योंकि लाल चंदन की लकड़ी से बनता था और यह लाल चंदन की लकड़ी भारत के जंगलों में ही पाई जाती थी यह लड़कियों में सबसे कीमती लकड़ी है या मान सकते हैं कि धातु में सोना और लकड़ी में चंदन बहुत ही कीमती होता है इसे भारत से तस्करी करके चाइना और जापान में भेजा जाता है और इस लकड़ी को काटना और बेचना दोनों ही गैर कानूनी था इसीलिए यह काम काफी रिस्की था लेकिन इस तरह की तस्करी करने वाले लोगों का यह मानना था कि

जहां कानून होता है वहीं तो क्राइम होता है अब इसके बाद हम एक आदमी को देखते हैं जो कि लाल चंदन की लकड़ी से भरा ट्रक तस्करी कर के ले जा रहा था लेकिन पुलिस वालों ने उसे रोक लिया आदमी पुलिस को घूस देने के लिए 5000 रुपए देता है लेकिन पुलिस नहीं मानती और वह ट्रक वाला आदमी ऐसे ही कीमत बढ़ाते हुए 1 लाख तक पहुंच जाता है और उसी बीच पुलिस वालों से हाथापाई भी कर रहा होता है पुलिस वाले उसे पकड़ लेते हैं तब वह कहता है कि 1 लाख सभी के लिए नहीं बल्कि एक लाख हर किसी को मिलेगा यह सुनने के बाद पुलिस वाले अपनी सारी जिम्मेदारियां भूलकर पैसों के लालच में

उसे छोड़ देते हैं तब एक पुलिस वाला उस आदमी का नाम पूछता है तो आदमी बताता है कि मेरा नाम पुष्पा है लेकिन नाम याद मत रखना पुष्पा दिहाड़ी मजदूरी का काम करता था और कहीं भी किसी भी फैक्ट्री में काम मिले वहीं पर लग जाता था एक दिन पुष्पा फैक्ट्री के बाहर कुर्सी पर बैठकर चाय पी रहा था जैसे कहीं का महाराजा हो तभी वहां पर फैक्ट्री का मालिक आता है और उसे देखते ही उस पर गुस्सा हो जाता है क्योंकि उसके बैठने का अंदाज उसके मालिक को पसंद नहीं आता है और वह अपने एक वर्कर को उसे समझाने के लिए भेजता है मगर पुष्पा अपनी ही धुन में रहता है और वह उसकी एक भी बात नहीं सुनता है

वह बैठा हुआ था जैसे कि फैक्ट्री उसकी हो मालिक उसका रवैया पसंद नहीं आता तो वह अपने एक वर्कर को समझाने के लिए भेजता है पुष्पा अपनी धुन में रहता है और उसकी एक भी नहीं सुनता है बल्कि पुष्पा यह बोलता है कि अगर उसे मेरी कुर्सी पर बैठना उसे ठीक नहीं लगा तो उसकी नौकरी भी मुझे ठीक नहीं लगी और ऐसा कहकर नौकरी छोड़कर चला जाता है पुष्पा अपने नेचर से ऐसा ही था वह किसी की नहीं सुनता था और ना ही किसी के आगे झुकता था बस अपने मन की ही करता था 

अगले दिन दूसरी जगह पुष्पा मजदूरी करने के लिए बैठा होता है जहां से सब मजदूर काम के लिए जाते थे वहीं पर कुछ लोग आते हैं जो काम करने के हजार रुपए दे रहे थे लेकिन वह काम गैरकानूनी था लेकिन पुष्पा उसी काम को करने के लिए निकल जाता है पुष्पराज और बाकी सभी मजदूरों को जंगल ले जाया जाता है और हमें यह पता चलता है कि उन्हें लाल चंदन के पेड़ काटने को बुलाया गया है अब सभी लोग पेड़ काटने में  लगे होते हैं कि तभी वहां पर डीएसपी गोविंदा आ जाता है जो कि ऐसे ही गैरकानूनी काम करने वालों के ऊपर लगाम लगाता था और उसके होते हुए कोई भी गैरकानूनी काम कर पाना मुश्किल था पुलिस को आता देख सभी लोग काम छोड़कर भाग खड़े होते हैं लेकिन पुष्पा सबसे कहता है कि हमने इतनी मेहनत करी है उसे हम छोड़कर नहीं जा सकते और मेरे पास एक आईडिया है उसके बाद डीएसपी गोविंद वहां पहुंच जाता है क्योंकि उसे पता था कि यहां पेड़ काटे जा रहे हैं लेकिन उसे कहीं पर भी लकड़ियां दिखाई नहीं  देती है उसके पूछने पर मजदूर कहते हैं

कि हम तो यहां बकरियां चराने आए हैं तभी पुष्पा भी खड़ा हो जाता है और उल्टी-सीधी बातें करके पुलिसवाले की बेइज्जती करने लग जाता है पुलिस वाला उसके ऊपर बंदूक तान देता है लेकिन तभी सारे मजदूर भी कुल्हाड़ी लेकर खड़े हो जाते हैं दूसरा पुलिस वाला गोविंद को समझाता है कि इनकी संख्या ज्यादा है तो हमें चुपचाप यहां से चले जाना चाहिए उसके बाद सभी पुलिस वाले वहां से निकल जाते है और तब हम देखते हैं कि पुष्पा ने सारी लकडियां बांधकर पेड़ के ऊपर ही लटका दी थी उसके बाद सभी लोग आराम से जंगल से पेड़ काटने में लग जाते हैं 

हम देखते हैं कि काम खत्म हो जाने के बाद पुष्पा आराम से हाथ मुंह धो होता है तभी उसके पास एक लड़का आता है जिसका नाम केशव होता है और  पुष्पा से कहता है कि मैं तुम्हारे साथ ही रहना चाहता हूं क्योंकि मुझे लगता है कि  तुम एक दिन बड़े आदमी बनोगे पुष्पा का वैसे भी कोई साथी नहीं था तो उसे अपने साथ रख लेता है और उसे अपना दोस्त बना लेता है हम देखते हैं कि डीएसपी गोविंदा पूरी पुलिस फोर्स को ही लेकर आ जाता है क्योंकि उसने तो ठान लिया था कि वह गैरकानूनी काम करने वालों को पकड़ कर ही रहेगा मगर पुष्पा यह देखकर भी डरता नहीं है बल्कि एक पत्थर उठाकर उनकी तरफ फेंक देता है फिर यह देखकर सभी लोग पत्थर उठाकर पुलिस वालों को मारने लग जाते हैं पुलिस वाला ऐक्शन लेते हुए हवाई फायरिंग करता है और फिर आगे बढ़ने लगता है जिससे कि मजदूर वहां से भाग खड़े होते हैं 

मगर पुष्पा उसके आने से पहले ही लड़कियों को लोड कर लेता है और उसे वहां से लेकर जाने लग जाता है  गोविंदा उसका  पीछा करने लग जाता है लेकिन थोड़ी ही दूर जाने पर वह देखता है कि पुष्पा पैदल ही चलकर आ रहा था और उसने ट्रक कहीं छुपा दिया था डीएसपी  गोविंदा उसे पकड़कर पुलिस स्टेशन ले जाता है और उसे उल्टा लटका कर उसे मारता है लेकिन पुष्पा इतनी मार खाने के बाद भी

ट्रक की लोकेशन नहीं बताता है मगर वह हंसता ही जा रहा था तभी वहां पर एक दूसरा पुलिस वाला आता है और उससे कहता है कि तुम्हारा पूरा नाम क्या है तुम्हारे खानदान में कौन-कौन है यह बात सुनकर पुष्पा काफी इमोशनल हो जाता है और तब हमें यहां पीछे की स्टोरी बताई जाती है जहां हम देखते हैं कि बचपन में पुष्पा अपनी मां के साथ स्कूल में एडमिशन कराने के लिए गया होता है तभी वहां एक आदमी आता है जो कि एडमिशन कराने से रोक देता है और कहता है कि इसके पिता का नाम गलत है क्योंकि उसके पिता ही नहीं है 

यहां हमें पता चलता है कि जो आदमी पुष्पा का पिता था उसके साथ में पुष्पा की मां का संबंध था इसका मतलब की पुष्पा एक नाजायज था मगर अब उसके पिताजी अब नहीं रहे तो उनके बड़े बेटे मोहन ने  पुष्पा और उसकी मां को अपनाने से मना कर दिया था और मोहन पुष्पा का सौतेला भाई था मोहन पुष्पा को अपने पास बुलाता है और उसे कहता है कि तुम्हारा नाम सिर्फ पुष्पराज है और कुछ भी नहीं इस बात से पुष्पा को काफी गहरा असर होता है जिसकी वजह से वह गलत कामों में उतर गया था  

उसके बाद कहानी प्रेजेंट समय में आती है जब हम देखते हैं कि पुलिस वाला पुष्पा को खिलाने पिलाने के लिए एक होटल में लाया होता है तभी वहां पर उसे केशव भी मिल जाता है वहां पर दो आदमी आते हैं जिनका नाम जोली रेड्डी और जग्गा रेड्डी होता है  यह दोनों भाई होते हैं जो लाल चंदन सप्लाई करने का काम किया करता था जोली रेड्डी काफी ज्यादा गुस्सैल किस्म का था  वह नशेडी और लड़कियों के साथ गलत काम करने वाला आदमी था और वही इस पूरे लाल चंदन के बिजनेस को संभालता था वैसे तो यह तीन भाई हैं लेकिन दूसरे भाई के बारे में आपको आगे पता चलेगा जो ट्रक में माल था जिसे पुष्पा ने छुपा दिया था उसी के बारे में पता करने के लिए यह दोनों आए होते हैं तो वह पुष्पा से ट्रक के बारे में पूछते हैं  पुष्पा कहता है कि आपका माल

मैंने छुपा दिया और पुलिस के हाथ आने नहीं दिया जबकि उन्होंने मुझे इतना मारा तो भी मैंने अपना मुंह नहीं खोला तो उसके लिए कीमत तो लगेगी जो कि है पूरे 5 लाख रुपए थी यह सुनकर जॉली रेड्डी को गुस्सा आ जाता है कि एक मज़दूर उससे पैसा मांग रहा है लेकिन जग्गा रेडी समझता है कि आदमी भरोसे वाला है क्योंकि इतनी मार खाने के बाद भी उसने मुंह नहीं खोला तो वह पैसे देने के लिए तैयार हो जाता है  उसके बाद पुष्पा उस जगह पर लेकर जाता है जहां पर एक बड़ा सा कुआं बना हुआ था और तब हम यहां पता चलता है कि पुष्पा ने उसी कुएं के अंदर ही पूरा ट्रक  को डूबा दिया था 

और पुष्पा ने ऐसा करके जग्गा रेड्डी का भरोसा जीत लिया था और उसे उसी वक्त 5 लाख रुपए भी मिल जाते हैं जग्गा रेड्डी पुष्पा को अपने साथ गाड़ी में बैठकर जाने लगता है लेकिन जोली रेड्डी पुष्पा को गाड़ी में बैठने नहीं देता बल्कि उसके मुंह पर कुछ पैसे मारकर ऑटो से जाने के लिए कह देता है इस बात से पुष्पा हर्ट हो जाता है उसके बाद पुष्पा केशव से कहता है कि मैं आया गाड़ी में था तो जाऊंगा भी गाड़ी में ही इसलिए जो पैसे मिले हैं उसे पैसे से एक गाड़ी लेकर आओ और हां वैसे ही गाड़ी का कलर लाल होना चाहिए उसके बाद केसब लाल रंग की गाड़ी खरीद लेता है और पुष्पा अपनी मां के पास जाता है और तब उसकी मां काफी खुश हो जाती है उसके बाद पुष्पा जग्गा रेड्डी के घर जाता है

क्योंकि उसने उसको बुलाया था तब हम यहां पर जॉली और जग्गा रेड्डी के बड़े भाई कोंडा रेड्डी को देखते हैं जो कि इस बिजनेस के हर गलत काम को संभालता था और उसके लिए लोगों को मारना काटना बहुत ही आम बात थी लेकिन बस एक बात थी कि इसी मार्किट में उसने अपना एक हाथ गंवा दिया था कोंडा रेड्डी अपने आदमियों को मार रहा होता है क्योंकि उनकी वजह से ही उसका माल पकड़ा जाने वाला था आदमी लोग बताते हैं कि ट्रक से माल ले जाने पर बहुत खतरा रहता है और इतने सारे चेक पोस्ट उन्हें मिलते हैं कि माल पकड़ा ही जाता है तभी पुष्पा बीच में बोलता है कि गाना गाने गाना अगर नहीं आता हो तो ऐसा नहीं है कि वह गाना खराब हैऔर जो काम यह नहीं कर सकते वह मैं कर सकता हूं जोली रेडी और बाकि सभी लोग उस पर हंसने लग जाते हैं क्योंकि पुष्पा को वह लोग एक मामूली मजदूर ही समझ रहे थे तभी पुष्पा अपना  आइडिया कोंडा रेड्डी को बताता है और तब कोंडा रेड्डी उसका आइडिया सुनकर काफी इंप्रेस हो जाता है 

 पुष्पा का आईडिया यह था कि जिस ट्रक में दूध ले जाया जाता है उसे आगे से काट देना है फिर उसमें लाल चंदन भर के उसको सील कर देना है और उसके ऊपर से दूध डाल देना तो कभी कोई समझ ही नहीं पाएगा कि उसमें लाल चंदन छुपा कर ले जाया जा रहा है इसी आईडिया को अपनाते हुए पुष्पा लाल चंदन की तस्करी करने लग जाता है 

उसके बाद गोविंद को यह पता चल ही नहीं पता है कि आखिर लाल चंदन की तस्करी कैसे की जा रही है उसके बाद एक दिन पुष्पा दूध भरवाने के लिए एक जगह पर जाता है तभी वहां पर उसे श्रीवल्ली नाम की लड़की दिखती है जिसे देखकर पुष्पा आकर्षित हो जाता है और उसकी आंखें उस पर ही अटक जाती हैं जैसे कि उसे पहली नजर में उससे प्यार हो गया हो अब पुष्पा काम के बहाने वहां उसे देखने लग जाता है और उम्मीद करता है कि  श्रीवल्ली भी उसे वैसे ही  देखें जैसे कि वह उसे देखता है लेकिन  श्रीवल्ली कभी भी उसकी तरफ एक झलक भी नहीं देखती है अब एक दिन हम देखते हैं कि श्रीवल्ली अपने दोस्तों के साथ मूवी देखने के लिए जाती है लेकिन टिकट काफी महंगा मिल रहा होता है तभी वहां पर केशव आता है और कहता है कि मैं तुम लोगों को टिकट के पैसे दूंगा लेकिन श्रीवल्ली को पुष्पा भाऊ के तरफ देख कर मुस्कुराना होगा अब उन सभी को तो अपने फेवरेट हीरो की मूवी देखनी थी और के ऊपर से श्रीवल्ली को पुष्पा को देखकर मुस्कुराने का पैसा भी मिल रहा था तो श्रीवल्ली ऐसा करने के लिए मान जाती है 

अगले दिन हम देखते हैं कि  श्रीवल्ली पुष्पा के पास जाती है और उसे देखकर मुस्कुराती है जिसे देखकर पुष्पा काफी खुश हो जाता है और यह सोचने लग जाता है कि  श्रीवल्ली भी उससे प्यार करती है वह तुरंत श्रीवल्ली के पास पहुंच जाता है और मुस्कुराते हुए बातें करने लग जाता है 

इसके बाद श्रीवल्ली काफी डर जाती है और पुष्पा को सारी चीज बोल देती है कि तुम्हारे दोस्त ने मुझे मुस्कुराने के पैसे दिए थे इसलिए मैं मुस्कुरा रही थी वरना मैं तुम्हें भाव भी नहीं देती अब यह सुनकर पुष्पा का पोपट हो जाता है उसके बाद पुष्पा केशव को पकड़कर मारने लग जाता है लेकिन तभी वह कहता है कि अगर हजार रुपए में वह मुस्कुराने के लिए मान गई तो उसे 5,000 दे दो और कहो कि मुझे किस करें यह सुनकर केशव भौंचक्का रह जाता है क्योंकि थोड़ी देर पहले ही पुष्पा ने कहा था कि वह लड़की है किसी की जागीर नहीं कि पैसे देकर हासिल की जाए मगर अब खुद पुष्पा ही ऐसा करने के लिए कह रहा था 

दूसरी तरफ हम देखते हैं कि डीएसपी गोविंद दूध के नीचे लाल चंदन छुपा कर ले जाने वाली गाड़ी में से दो आदमियों को पकड़ लेता है  दोनों आदमी काफी डर जाते हैं और बोल देते हैं यह सब पुष्पा का ही आईडिया था गोविंद कहता है तुम्हें छोड़ दूंगा लेकिन उसके लिए तुम्हें मेरे खबरी का काम करना होगा और सारा माल कहां जाता है  कहां से आता है सब बताना होगा और उसके लिए हम तुम्हें 50 लाख भी देंगे जिसके कारण वह दोनों लोग पैसों के लालच में पुलिस का खबरी बनने के लिए मान जाते हैं 

दूसरी ओर हम देखते हैं कि श्रीवल्ली भी ₹5000 लेकर पुष्पा को किस करने के लिए मान जाती है वह पुष्पा के पास आती है फिर दोनों लोग किस करने के लिए अपनी पोजिशन ले लेते हैं तब श्रीवल्ली रोने लग जाती है और कहती है कि मुझे बिल्कुल भी करने का मन नहीं है लेकिन मेरे दोस्तों ने पैसों के चक्कर में मुझे भेज दिया लेकिन मैं अपनी पहली  किस अपने पति को ही देना चाहती हूं श्रीवल्ली अब जोर-जोर से रोने लग जाती है इसके बाद श्रीवल्ली के दोस्त वहां से लेकर चली जाती है पुष्पा कहता है कि मैंने उसे पैसे दिए हैं मैं इसे किस करके ही रहूंगा फिर चाहे इसके लिए मुझे उसका पति ही बनना पड़े 

उसके बाद हम एक और आदमी को  देखते हैं जिसका नाम मंगलम सीनू होता है और यही वह आदमी होता है जिसे सभी लोग इन्हें माल बेचा करते थे इसे खरीद कर मंगलम सीनू बाकी बड़े-बड़े सप्लायर को बेचा करता था मंगलम सीनू अपना काम पूरा करने के लिए कुछ भी कर सकता था और कोई उसे धोखा दे तो उसे मौत के घाट उतार देता था मंगलम सीनू कोंडा रेड्डी के पास आता है और अपना सारा माल उसको छुपा कर रखने को कहता है क्योंकि उसे शक था कि पुलिस वाले उसके  माल को ढूंढ रही है कोंडा रेड्डी पूरा माल अपने खुफिया अड्डे पर रखने के लिए मान जाता है क्योंकि कोंडा रेड्डी  मंगलम सीनू को ही अपना माल बेचता था इसलिए उससे अच्छे संबंध बनाए रखना जरूरी था वहीं पर हम एक आदमी को देखते हैं जिसका नाम  मोरगलिस होता है वह मंगलम सीनू का साला होता है जो कि  मंगलम सीनू के लिए मारकाट का काम करता था  मंगलम सीनू को चिंता थी कि कहीं यहां भी उसका माल पकड़ा न जाए तो कोंडा रेड्डी बताता है कि पुष्पा नाम का एक लड़का मिला है जो  इस काम के लिए सही रहेगा क्योंकि जबसे उसने काम संभाला है तबसे हमारा माल पुलिस के हाथ नहीं लग पाया है 

अगले दिन पुष्पा उसके अड्डे पर आता है तो देखता है कि वहां कोई भी काम नहीं कर रहा है पुष्पा के पूछने पर पता चलता है कि जोली रेड्डी ने यहां अपनी अय्याशी का अड्डा बना लिया है इसीलिए कोई काम नहीं हो पा रहा पुष्पा जब कमरे में जाता है तो देखता है कि एक लड़की बैठी हुई थी जिसकी हालत ठीक नहीं थी पुष्पा समझ जाता है कि यह गलत काम  जॉली रेड्डी ने ही किया होगा तो वह लड़की को अपनी शर्ट देकर उसे घर छोड़ने के लिए कह देता है तभी पुष्पा के पास कोंडा रेड्डी का फोन आता है और बताता है कि पुलिस को हमारे अंडे के बारे में पता चल गया है तो किसी भी तरह हमें सारे माल को वहां से हटाना होगा अब वहां पर हजारों टन लाल चंदन की लकड़ियां रखी हुई थी  मगर इतने कम टाइम में उन सभी लड़कियों को हटा पाना काफी मुश्किल था लेकिन तभी पुष्पा को एक आईडिया आता है और वह लकड़ियों को नदी में फेंक देता है उसके बाद केशव को पैसे देकर उससे कहीं भेज देता है पुष्पा सारे मजदूर को बोलता है कि सभी लड़कियों को नदी में फेंक दो सारे मजदूर लाल चंदन की लकड़ियों को नदी में फेंकना शुरू कर देते हैं और पुलिस के आते-आते सब लकड़ियां वहां से गायब हो जाती हैं 

उधर केशव एक डैम के पास पहुंच जाता है और पैसे देकर डैम को बंद करवा देता है और तब सारी लकडियां वहीं पर आकर  जमा हो जाती हैं और जो पुष्पा ने दिमाग लगाया था  उसमें उसे कामयाबी मिल जाती है डीएसपी गोविंद को वहां पर लकड़ी का एक टुकड़ा भी नहीं मिलता है जिसके कारण उसका गुस्सा बढ़ जाता है और वह पुष्पा से कहता है की तुम्हें अंदाजा भी नहीं है कि तुम क्या कर रहे हो तुम तो जानवर से भी बदतर हो पुष्पा कहता है कि दुनिया से बदतर कुछ भी नहीं है दुनिया ने आपके हाथ में पिस्तौल दी हैं और मेरे हाथ में कुल्हाड़ी और हम सब अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं गोविंद कहता है कि आज भले ही  तू जीत का जश्न मना ले लेकिन आने वाले समय में तू हार का मातम ही बनाएगा और इतना कहने के बाद वहां से चला जाता है पुष्पा ने  करोड़ों का माल पुलिस से बचाया था उसके लिए वह सब का हीरो बन गया था इसी खुशी में मंगलम सीनू एक पार्टी रखता है जहां पर सभी बड़े गुंडे और मंत्री आए होते हैं 

 वहां हम देखते हैं कि दो आदमी एक दूसरे से बात कर रहे होते हैं कि  मंगलम सीनू माल को एक करोड़ में बेचता है और बाकी सब को 25 लाख ही देता है तो इस तरह से सारे पैसे वह अपने पास ही रख रहा है यह सारी बात पुष्पा सुन लेता है तो वह कोंडा रेड्डी को जाकर बताता है और कहता है कि हमें और ज्यादा पैसे की डिमांड करनी चाहिए कोंडा रेड्डी कहता है कि हम ऐसे ही पैसे बढ़ाने की बात नहीं कर सकते हो वरना उसे बुरा लग गया तो हमारे रास्ते लग जाएंगे लेकिन तुम जाकर बात कर सकते हो और अगर वह मान गया तो आधा हिस्सा तुम्हारा हुआ पुष्पा उस टाइम कोई भी एक्शन नहीं लेता है और उस बात को टाल देता है क्योंकि उस समय वह भी कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था 

उसी पार्टी में श्रीवल्ली के पिता भी आए होते हैं क्योंकि वह कोंडा रेड्डी के साथ ही काम करते थे  केशव उससे कहता है कि पुष्पा आपकी लड़की के लिए सही रहेगा पुष्पा मुलहटी वेंकटरमन का छोटा बेटा है पुष्पा के जो पिताजी थे वह एक टाइम पर बहुत ही जाने-माने आदमी थे तो उनका नाम सुनते ही श्रीवल्ली के पिता शादी के लिए हां कर देते हैं अब हम देखते हैं कि पुष्पा और उसकी मां सभी लोग शादी के लिए श्रीवल्ली के घर आ गए होते हैं और सभी लोग काफी खुश होते हैं तभी वहां पर पुष्पा का सौतेला भाई मोहन आ जाता है और वह सभी लोगों के सामने कहता है कि पुष्पा एक नाजायज औलाद है और उसका मेरे पिता से कोई संबंध नहीं है और वह पुष्पा की मां की बेइज्जती करके जा रहा होता है  इसके बाद पुष्पा को गुस्सा आ जाता है और वो उसे मारने लग जाता है इस झड़प में पुष्पा की मां को चोट आ जाती है तो पुष्पा उन्हें तुरंत हॉस्पिटल ले कर जाता है  पुष्पा के सौतेले भाई ने बचपन से लेकर आज तक जो पुष्पा के साथ गलत किया था उसको देखते हुए पुष्पा यह कसम खाता है कि अब चाहे जो हो जाए वह बड़ा आदमी बनकर रहेगा और किसी की आगे कभी झुकेगा नहीं पुष्पा सीधा  मंगलम सीनू के पास जाता है और कहता है कि जो माल हम देते हैं उसका एक करोड़ चाहिए वरना मैं मार चेन्नई जाकर डाइरैक्ट मोर्गन को बेचूंगा पुष्पा उन लोगों के सामने उनके ही फोन से मुर्गन को कॉल लगा देता है और डायरेक्ट उसे ही माल बेचने की डील कर लेता है इस बात से  मंगलम सीनू को बहुत गुस्सा आ जाता है तो उसके गुंडे पुष्पा को मारने के लिए आगे बढ़ते हैं लेकिन एक-एक करके पुष्पा सबको धराशाही कर देता है पुष्पा जाते-जाते मंगलम सीनू को कहता है कि पुष्पा नाम सुनकर फ्लावर समझे क्या फायर है में उसके बाद पुष्पा 5 टन लाल चंदन लेकर डायरेक्ट मुर्गन से मिलता है और डेढ़ करोड़ की डील फिक्स कर लेता है पुष्पा कोंडा रेड्डी को बिना बताए ही मुर्गन से मिलने आ गया था लेकिन

जब पुष्पा उन्हें कीमत बताता है तो कोंडा रेड्डी भी हां कर देता है उसके बाद पुष्पा कोंडा रेड्डी के बिजनेस का पार्टनर बन जाता है दूसरी ओर जोली रेड्डी को दो लोगों के बारे में पता चल गया था जिन्होंने डीएसपी गोविंद को अंदर की खबर दी थी तो उन लोगों को पकड़कर बहुत मारता है और उन दोनों में से एक श्रीवल्ली का पिता होता है जोली रेड्डी को पता चलता है कि उस आदमी की एक बेटी है जो कि उसे पहले से ही पसंद थी  वह श्रीवल्ली के पास जाता है और कहता है कि आज तुम्हें सज धज के मेरे पास आना होगा और मेरे साथ रात बितानी होगी नहीं तो मैं तेरे पिता को मार डालूंगा श्रीवल्ली अपने पिता से बहुत प्यार करती थी और उसके पास और कोई चारा भी नहीं था इसलिए ऐसा करने के लिए तैयार हो जाती है  श्रीवल्ली तैयार होने के बाद  जोली रेड्डी के पास नहीं बल्कि पुष्पा के पास जाती है और तब उसे पूरी बात बता देती है उन दोनों की शादी के टाइम जो हुआ था उसके बाद से पुष्पा ने  श्रीवल्ली के आसपास जाना भी छोड़ दिया था क्योंकि उसे लगता कि  श्रीवल्ली उससे प्यार नहीं करती लेकिन तभी श्रीवल्ली बताती है कि उसने जब पहली बार उसे देखा था  तब ही पसंद कर लिया था इसलिए वह हर चीज करने के लिए तैयार हो जाती थी उसके बाद श्रीवल्ली यह कहती है की मैंने यह कहा था मैं सब कुछ पहले अपने पति के साथ ही करना चाहती हूं तो मैं तुम्हें ही अपना पति मानती हूं इसलिए आज रात तो मेरे साथ गुजार लो फिर उसके बाद  मैं जोली रेड्डी के पास चली जाऊंगी 

 इतना सुनने के बाद पुष्पा श्रीवल्ली से कहता है कि मेरे होते हुए तुम्हें कोई हाथ भी नहीं लगा सकता पुष्पा श्रीवल्ली को लेकर  जोली रेड्डी के पास जाता है पुष्पा जोली रेड्डी को खूब मारा मारता है इसके बाद के सब पुष्पा को बोलता है कि भाई इसको मार क्यों नहीं देते हो तो पुष्पा उससे कहता है कि यह नामर्द थोड़ी ना है यह अपने भाई को कुछ भी नहीं बताया यह सुनकर जोली रेड्डी  पुष्पा से कहता है कि मैं अपने भाई को नहीं बताऊंगा बल्कि मैं खुद तुमसे बदला लूंगा तो उसके लिए तैयार हो जाओ पुष्पा जोली रेड्डी को हल्के में लेते हुए श्री वल्ली के साथ आराम से निकल जाता है 

अगले दिन हम  जॉली रेड्डी को हॉस्पिटल में पड़ा हुआ देखते हैं लेकिन वह अपने भाई को बिल्कुल भी नहीं बताता कि उसे किसने मारा है हम देखते हैं कि केशव परेशान हो रहा होता है कि कहीं कोंडा रेड्डी को पता ना चल जाए कि जोली को पुष्पा  ने ही मारा है नहीं तो कोंडा रेड्डी मौत बनकर उनके पीछे पड़ जाएगा लेकिन पुष्पा को इस बात की बिल्कुल भी फिक्र नहीं थी 

अगली सुबह हम देखते हैं कि वहां कोंडा रेड्डी आ जाता है पैसे लेने के लिए और वह पुष्पा को अपने साथ में चलने को कहता है तभी तो हम देखते हैं कि केशव को पता चलता है कि कोंडा रेड्डी जब कल मिलने आया था तब उसने सारी बातें सुन ली थी और उसे पता है कि उसके भाई को पुष्पा  ने ही मारा है हम देखते हैं कि कोंडा रेड्डी और जग्गा रेड्डी ने पुष्पा को पकड़ लिया होता है और उसे लात घूंसे मारने के बाद गोली से उड़ाने के लिए तैयार हो जाते हैं तभी वहां पर मंगलम सीनू का साला मोरजलिस अपने आदमियों को लेकर आ जाता है और उस फायरिंग में गोली चलने की वजह से कोंडा रेड्डी मारा जाता है उसके बाद दोनों तरफ गोली चलनी शुरू हो जाती है जिसके कारण बारी-बारी से सभी लोग मारे जा रहे होते हैं  पुष्पा किसी तरह से अपने आप को रस्सी से आजाद कर लेता है और तब वह  जग्गा रेड्डी को मोरगलिस से बचा लेता है क्योंकि वह जानता था कि आगे जाकर जाकर जग्गा रेड्डी उसके काम आने वाला है पुष्पा ने मोरगलिस को पकड़ लिया था उसके बाद मोरगलिस हंसते हुए कहता है कि मुझे चुपचाप छोड़ दे वरना  मंगलम सीनू तुझे नहीं छोड़ेगा पुष्पा ने तो कसम खा रखी थी कि वह किसी के आगे झुकेगा नहीं तो वह तुरंत मोरगलिस को उड़ा देता है और उसकी कहानी का दी एंड हो जाता है पुष्पा ने मंगलम सीनू के साले को मार कर उसे अपना दुश्मन बना लिया था मंगलम सीनू एक बहुत बड़ी पार्टी थी और हर कोई ऐसा कुछ उसके साथ में करना नहीं चाहता था मगर पुष्पा अपनी हदों को पार करते हुए आगे बढ़ने का सोच लिया था 

उसके बाद हम देखते हैं कि शहर के MLA ने इस धंधे में शामिल सभी लोगों को मीटिंग में बुलाता है जिस्म की पुष्पा और मंगलम सीनू भी शामिल होते हैं पुष्पा बताता है कि  मंगलम सीनू हम से माल लेकर ज्यादा दाम में बेचता है तो आगे से हटाकर हम डायरेक्ट माल बेचे तो हमें ज्यादा मुनाफा होगा और सबके झोली में पैसा ही पैसा आएगा MLA पुष्पा की बातों को सुनकर काफी प्रभावित हो जाता है और MA सभी से कहता है कि सभी लोग पुष्पा को ही माल बेचेंगे और अब से वही इस बिजनेस को संभालेगा पुष्पा इस सिंडिकेट का लीडर बन चुका था 

और MLA अब सीएम बन जाता है तो सारे गैर कानूनी काम उसके लिए आसान हो गए थे और उन्हें रोकने वाला कोई भी बड़ा दुश्मन नहीं बचा था क्योंकि गोविंद ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया था पुष्पा यह सब चीज करते हुए पॉलिटिक्स में भी शामिल हो जाता है  पुष्पा बहुत ही ज्यादा अमीर आदमी बन जाता है जिससे कि कोई भी उसके खिलाफ खड़ा हो ही नहीं पाता है  वही जोली रेड्डी भी उस हालत में नहीं था कि पुष्पा से बदला ले सके और मंगलम सीनू भी हार मान चुका था क्योंकि उसके हाथ से सारी पावर जा चुकी थी 

कुछ दिनों बाद हम देखते हैं कि शहर में एक नया पुलिस वाला आता है जिसका नाम भंवरसिंह होता है वह काफी सख्त ऑफिसर था जिसका दिमाग घूमने पर कुछ भी कर सकता था श्रीवल्ली के परिवार ने पुष्पा को एक्सेप्ट कर लिया था तो उनकी शादी भी तय हो गई थी शादी का कार्ड देने के लिए पुष्पा भंवरसिंह से मिलने के लिए पुलिस स्टेशन जाता है पुष्पा कमीशन के तौर पर भंवरसिंह को एक करोड़ देता है और कहता है कि यह हर महीने आता रहेगा भंवरसिंह एक-एक करके सारे नोट गिनता है और कहता है कि कुछ तो कमी लग रही है पुष्पा के साथ आए सभी लोग दोबारा नोट गिनते हैं लेकिन नोटों की गिनती सही थी भंवर सिंह फिर भी यही कहता है कि कुछ तो कमी लग रही है भंवर सिंह पुष्पा के खानदान को लेकर उसे जलील करने लग जाता है और कहता है कि दोनों ने वाइट शर्ट पहनी हुई है लेकिन उसके शर्ट पर ब्रांड है मगर पुष्पा के शर्ट पर ना ही तो कोई लेवल है और ना ही कोई ब्रांड है इसलिए इसकी तो कोई पहचान ही नहीं है पुष्पा को यह सारी चीज सुनकर गुस्सा आ रहा था और वह अपनी मुट्ठी को बंद लेता है लेकिन तभी भंवर सिंह अपनी पिस्तौल निकालकर उसकी मुट्ठी में घुसा देता है मगर पुष्पा उसे समय कुछ भी नहीं कर पता है  उसके बाद पुष्पा  भंवर सिंह को सर कहकर पुकारता है तब भंवरसिंह कहता है कि हां अब तक  इसी चीज की मुझे कमी लग रही थी वह कहता है कि अब से कौन सा पैसा कहां आएगा कहां जाएगा सब मैं डिसाइड करुंगा और जिस तरह से अभी मुझे सर बोला है वैसे ही मुझे इजाजत देनी होगी पुष्पा उस वक्त कुछ भी नहीं कर पाता है और उसकी बातें सुन कर वहां से चला जाता है 

उस दिन के बाद से पुष्पा  भंवर सिंह की सारी बातें मानने लगा था और उसी के इशारों पर नाचने लगा था जैसे कि कोई जादू कर दिया हो ऐसे ही करते हुए पुष्पा की शादी का दिन आ जाता है लेकिन पुष्पा वहां पर मौजूद ही नहीं होता है हम देखते हैं कि पुष्पा और भंवरसिंह मस्त पार्टी करते हुए इंजॉय कर रहे होते हैं पुष्पा कहता है कि आपको पता था कि मेरा कोई खानदान नहीं है और न ही मेरा बाप है तब भी आपने उस दिन मेरी बेइज्जती की और मेरी मां को बेइज्जत किया पुष्पा भंवर सिंह की बंदूक लेकर अपने हाथ पर ही गोली मार लेता है और कहता है कि जो खून बह रहा है वह मेरे पिता का है और यह मुझसे कोई भी छीन नहीं सकता और यह खून ही मेरा ब्रांड है उस समय पुष्पा बंदूक के दम पर भंवर सिंह के सारे कपड़े उतरवा देता है और फिर अपने कपड़े भी उतार देता है पुष्पा कहता है कि अगर मैं ऐसी हालत में भी कहीं  जाऊंगा तो भी लोग मुझे  पुष्पा भाऊ ही बोलेंगे लेकिन अगर तू ऐसे बिना वर्दी के निकल गया तो एक कुत्ता भी तेरी इज्जत नहीं करेगा  ब्रांड आदमी के कपड़ों में नहीं होता बल्कि कैरेक्टर में होता है पुष्पा जाते जाते  कहता है कि जो माल जहां जाना होगा जाएगा और जो पैसा आना होगा आएगा लेकिन अब एक फूटी कौड़ी तुम्हें नहीं मिलेगी और तेरे पास बस नकली इज्जत बच जाएगी 

 उसके बाद पुष्पा उसी हालत में शादी के मंडप में पहुंच जाता है तब वहां मौजूद सभी लोग उसे ऐसी हालत देखकर हैरान हो जाते हैं  श्रीवल्ली उसकी हालत देखकर सवाल करती है कि आखिर वह गया कहां था पुष्पा कहता है कि पुष्पा को किसी ने फ्लावर समझ लिया था तो उसे समझाने गया था उधर भंवर सिंह अपनी बेइज्जती को देखकर पागल हो चुका था और इधर पुष्पा भी भंवर सिंह से टक्कर लेने के लिए तैयार था और यहीं पर पुष्पा द राइज पार्ट वन खत्म हो जाता है 

फ्रेंड्स यह मूवी किसी हीरो की नहीं बल्कि विलेन के बारे में बताई जा रही है की कैसे वह गलत धंधे में आगे बढ़ा और अमीर बना क्योंकि इस कहानी की स्टोरी का हर कैरेक्टर बुरे काम करने में ही माहिर है तो हम किसी को भी हीरो तो नहीं मान सकते है पुष्पा का जो करेक्टर है उसे जब हम लोग देखते हैं तो उसका स्टाइल हम लोगों को पसंद आता है और सोचते हैं कि काश हमारे पास भी इतनी पावर होती पुष्पा जो काम करता है वह गैर कानूनी है और इसे आप सभी इंटरटेनमेंट परपस से ही देखे ना कि आप पुष्पा  भाऊ बनने की जरूरत करें नहीं तो आप सीधा जेल में हमारी वीडियो को देख पाएंगे और हम ऐसा बिल्कुल नहीं चाहते हैं 

तो फ्रेंड्स उम्मीद करते हैं इस फिल्म की स्टोरी को आप समझ पाए होंगे और आपके इंतजार होगा पुष्पा 2 का कि आगे क्या होने वाला है फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है जिसमें कि हमने आपके लिए आज एक ऐसी मूवी को चुना है जो की पारिवारिक है जिस मूवी को देखकर आप जान पाएंगे की एक बेटे को अगर अपनी बहन की शादी करनी है और उसका आप इस दुनिया में नहीं है तो उसे अपनी बहन की शादी करने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है अपना घर मकान दुकान यहां तक की जान भी लगा देनी पड़ती है तब जाकर एक बहन की शादी होती है उसे मूवी का लिंक आपको नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं तो फ्रेंड्स मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में फिर किसी और धमाकेदार मूवी के रिव्यु के साथ तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद 

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