Vikram (2022) - Full cast & Review, Vikram (2022) - Full cast & Review

तो नमस्कार भाइयों और उनकी प्यारी बहनों फिर से स्वागत है हमारे इस चैनल फिल्मी फीडबैक में आज हम बात करने वाले हैं साल 2022 में आई हुई ACTION CRIME DRAMA और THRILLER MOVIE Vikram के बारे में 2 घंटे 55 मिनट की यह मूवी दमदार एक्टिंग और स्टोरी को देखकर आपको कही भी ऐसा नहीं लगेगा की आप बोर हो रहे है

यह MOVIE 3 June 2022 को Tamil, Telugu, Hindi, Kannada, और Malayalam लैंग्वेज में रिलीज कर दी गई थी अगर आप इस मूवी को वॉच करना चाहते हैं तो इस वीडियो के बीच में मैं आपको बता दूंगा कि आप इस मूवी को कैसे फ्री में देख पाएंगे तो प्लीज वीडियो को पूरा देखें

इस मूवी के स्टार कास्ट की बात करें तो Kamal Haasan है इस MOVIE में जिन्हें Vikram के नाम से जानेंगे

Fahadh Faasil है इस MOVIE में जिन्हें Amar के नाम से जानेंगे

Vijay Sethupathi है इस MOVIE में जिन्हें संथानम के नाम से जानेंगे

Surya है इस MOVIE में जिन्हें Rolex के नाम से जानेंगे

Kalidas Jayaram है इस MOVIE में जिन्हें एसीपी प्रभंजन के नाम से जानेंगे इनके अलावा और भी किरदार इस मूवी में दिखाई देंगे

इस मूवी के डायरेक्टर Lokesh Kanagaraj और WRITER Lokesh Kanagaraj Rathna Kumar है लोकेश कनगराज रत्न कुमार

 इस मूवी की शुरुआत में हम रात के समय पुराने गोदाम को देखते हैं देखते हैं जहां पर प्रभंजन नाम का एक आदमी कोकीन से भरे कट्टो में एक ट्रांसमीटर छिपा देता है और उसे कट्टो को बड़े से कंटेनर में डाल देता है उसके बाद वह अपने ऑफिसर को कॉल करता है इसके बाद यह सीन यहीं पर कट हो जाती है 

उसके बाद हम देखते हैं इस मूवी के हीरो कमल हसन को जिनका इस मूवी में नाम विक्रम है इन्हें इस मूवी में हम करण के नाम से भी जानते हैं करण हर वक्त शराब और गांजे के नशे में धुत रहता है और इसी तरह एक दिन यूं ही नशे में उसकी गाड़ी  कहीं टकरा जाती है तभी ब्लैक मास्क पहने हुए लोग उसे किडनैप कर लेते हैं उसके बाद उसे बांधकर उसके सीने में चाकू घुसा दिया जाता है वहां पर पुलिस पहुंचने ही वाली होती है मगर उससे पहले उन गुंडो ने वहां पर बम फेंक दिया  था और उस बम के फटने से करण की वहीं पर डेथ हो जाती है 

उसके बाद सीन शिफ्ट होता है प्रेजेंट में जहां पर हम देख पाते हैं यह ब्लैक मस्क वाले लोगों ने कुछ दिन पहले प्रभंजन और स्टीफन राज जो कि पुलिस डिपार्टमेंट में थे उनको यह कहकर मार दिया गया कि यह मर्डर नहीं एक स्टेटमेंट है अगेंस्ट ऑफ सिस्टम मतलब की सिस्टम के खिलाफ और उसके बाद तीसरा मर्डर था करण का जो की एक नॉर्मल सिविलियन था 

पुलिस वालों ने उसे ब्लैक मास्क पहनने वाले शख्स को पकड़ने की काफी कोशिश की वह सब इतने चलाक थे कि अपने पीछे कोई भी सबूत नहीं छोड़ते थे यहां पर उनके  हायर ऑफिसर के जिनका नाम जोसेफ है वह कहता है कि इस काम को सिर्फ  एक पुलिस ऑफिसर अंजाम दे सकता है जिसका नाम है अमर है उसके बाद अमर यहां पर आ जाता है और उन्हें बताया जाता है 

अभी तक टोटल तीन क़त्ल हो चुके हैं पूरे शहर के अंदर डर का माहौल छाया हुआ है हालांकि पहले जो दो लोग मरे वह पुलिस डिपार्टमेंट से थे और तीसरा वह नॉरमल पर्सन था तो आखिर उन लोगों का इस तीसरे पर्सन से क्या लेना देना था जहां पर जोसेफ कहता है कि अभी छानबीन करना स्टार्ट करो उसके बाद अमर का कहना यह था कि मैं काम तो स्टार्ट कर दूंगा मगर इस काम को मेरी टीम खुद लिस्ट करेगी हम कौन सा काम किस तरीके से और कब अंजाम देंगे और यह सब मैं तय करूंगा यह डिपार्टमेंट हमारे काम में कोई भी तंग नहीं घुस आएगा या कहकर अमर वहां से निकल जाता है 

अमर एक अंदर कर एजेंट होता है और इसी तरह से इसकी टीम के लोग भी अंदर कर एजेंट होते हैं जिनका ना ही तो कोई आधार कार्ड पैन कार्ड पासपोर्ट और  ड्राइविंग लाइसेंस होता है यानी कि इस दुनिया में उनका कोई वजूद ही नहीं है यानी कि अगर यह लोग किसी काम में पकड़े भी जाएंगे तो इनकी एक्चुअल आइडेंटिटी रिवील नहीं होगी इन लोगों का एक मोटा होता है कि ना कभी किसी से प्यार करो और ना ही किसी को अपनी असली जिंदगी के बारे में बताओ मगर इतना सब कुछ जानते हुए भी अमर को गायत्री नाम की लड़की से प्यार हो जाता है और यह दोनों दो हफ्तों में शादी करने वाले थे 

इन्वेस्टिगेशन के दौरान अमर को यह पता चलता है कि  प्रभंजन ने कर्ण को कुछ टाइम पहले फादर के रूप में उसे अडॉप्ट किया था इस बात की जांच पड़ताल करने के लिए अमर प्रभंजन के घर पहुंचता है और वहां पर 2 लाख रुपया देकर कहता है की कुछ टाइम पहले मैंने  करण से इतने पैसे उधार लिए थे उसने मेरी बुरी वक्त में मदद की थी इसीलिए आज मैं उन पैसों को वापस  लौटने के लिए आया हूं यहां पर प्रभंजन की वाइफ से  अमर यह भी पूछता है कि आपके पति की मृत्यु कैसे हुई 

प्रभंजन की वाइफ अमर को बताती है कि जब से उनकी डेथ हुई  करण ने काफी नशा करना शुरू कर दिया आए दिन शराब पीकर घर लौटना यहां तक कि एक बार तो वह मेरे रूम में आ चुके थे आखिर अच्छा हुआ कि वह मर गए उन्हें पता था कि मेरे बच्चे को तेज आवाज से प्रॉब्लम है लेकिन फिर भी जोर-जोर से दरवाजे खोलना किसी भी चीज का ध्यान नहीं रखना अपने मनपसंद की जिंदगी जीना  ड्रग्स लेना भी शुरू कर दिया था जिसके बाद और जांच पड़ताल के लिए अमर  करण के ड्राइवर के पास पहुंचता है तो ड्राइवर बताता है कि करण साहब तो हर वक़्त बस दारू के नशे में धुत रहते थे गोल्फ खेलने के लिए जाते थे वहां भी कोने में पेड़ के नीचे बैठकर गांजा फुका भूख करते थे 

इन सभी बातों में अमर को सच्चाई दिख नहीं रही थी इसी वजह से वह उनके घर में रात को  घुस जाता है और जाकर के रूम का ड्रावर चेक करने लगता है जिसके अंदर से उसे ड्रग्स मिलती है और फॉरेंसिक से चेक करवाता है और उससे यह पता चलता है की इस इसके 5 ग्राम से 5 किलो कोकीन बनाया जा सकता है जिसके बाद अमर और उसकी टीम यह पता लगाती है कि जिस दिन इस कुकिंग बनाने वाले रॉ मटेरियल का बड़ा कंटेनर गायब हुआ था उसी दिन यह दोनों पुलिस वालों की डेथ हुई थी उसके बाद यह सारे अंडर कवर एजेंट मिलकर इस ड्रग्स सप्लायर ढूंढने की कोशिश करते हैं 

 उसके बाद उन लोगों को संथानम नाम के शख्स का पता चलता है इसकी पीठ पर टैटू बने थे और एक दिन एक पुलिसवाले ने जब इसे पकड़कर थाने ले जाने की कोशिश करें तो संथानम ने वहीं कोकीन बनाने वाले रॉ मैटेरियल को खाकर अपनी पावर बढ़ा लीऔर उसे टेंपो को वहीं पर गिड़ा दिया 

संथानम के कैरेक्टर को प्ले किया है विजय सेतुपति ने इसकी कोई भी औलाद नहीं थी मगर इसकी तीन बीवी थी और इसका परिवार काफी बड़ा था जिनमें करीब 70 से ज्यादा लोग रहते थे सोसायटी मैं दिखाने के लिए के लिए संथानम यानी चंदन एक डॉक्टर था मगर वह डॉक्टर कैसे बना यह नहीं मालूम क्योंकि हर किसी पेशेंट को वह उल्टी-सीधी दवाई ही दे देता था मगर इन सभी बातों के पीछे इसका कारोबार छुपा हुआ था इसके घर के नीचे एक  गुप्त जगह थी जहां पर वह इस  रॉ मैटेरियल से कोकीन बनाया करता था और उसमें से ही पावर कैप्सूल्स खुद के लिए भी बनाता था 

 अमर अपनी इन्वेस्टिगेशन के लिए एक जिम में पहुंचता है  वहां का ओनर उसे बताता है कि करण हर बार इस जिम में आया करता था मगर उसकी सबसे गंदी आदत यह थी कि वह यहां पर भी दारू पीता रहता था उसे मैंने काफी बार मना किया अगर उसने मेरी एक बात नहीं सुनी और साथ ही करन की एक और गंदी आदत थी और वह थी कोठी पर जाने की इसके बाद अमर इन्वेस्टिगेशन करने के लिए उसे कोठी पर जाता है और वह इस लड़की के पास जाता है जिसके पास करण जाया करता था अमर उसे लड़की से पूछता है कि यहां पर  करण तुमसे क्या बातें करता था 

जहां पर वो लड़की बताती है कि करण मेरा हाथ बांध दिया करता था और मुझे आवाज निकालने के लिए कहता था और वह बाहर खिड़की से निकल जाता था जिसके बाद एक घंटे बाद  इस खिड़कीसे वह वापस आता था अमर पूछता है कि तुम्हारे साथ वह कुछ करता था तो वह लड़की बोलती है कि नहीं वह कुछ भी नहीं करता था हालांकि वह मेरे रेगुलर कस्टमर थे उनके वजह से मैंने कार भी खरीद ली थी 

 अमर सोचता है कि आखिर 1 घंटे तक खिड़की के बाहर करते क्या थे इसलिए वह खिड़की से इस खिड़की से बाहर निकलकर जांच पड़ताल करता है तो उसे खिड़की के बाहर ट्रांसमीटर मिलता है  अमर ट्रांसमीटर को फॉरेंसिक लैब लेकर आ जाता है तो वहां के लोग बताते हैं कि इस ट्रांसमीटर को पुराने एजेंट यूज किया करते थे वहीं दूसरी तरफ अमर की टीम चंदन के ग्रुप से एक बंदे को पकड़ लेते हैं और पूछने के लिए उस पर नारकोटिक का यूज होता है उससे बार-बार पूछा जाता है कि आखिर वह मास्क वाले लोग कौन है मगर वह आदमी बताता है कि  मास्क वाले लोग कौन है उनके बारे में नहीं पता मगर रिसेंटली चंदन का एक बहुत बड़ा ट्रक खो गया था जिसमें काफी कोकीन था यहां पर अमर को एक और खबर पता चलती है कि उसे ब्लैक मस्क वाले लोगों ने उसे स्टीफन राज को मारा था उसका कांटेक्ट रुद्र प्रताप और वीरा से था और उन दोनों के साथ में उसकी मीटिंग थी लेकिन अब तो स्टीफन राज रहा नहीं और अब रुद्र प्रताप और वीरा आपस में मीटिंग करेंगे मीटिंग का दिन था शुक्रवार और उसे दिन रुद्र प्रताप के बेटी की शादी थी और इसी कारण इस मीटिंग में वह खुद नहीं आता है वह अपने लोगों को वहां पर भेज देता है 

यहां अमर का मानना था कि अगर मुखोटे वाले को पकड़ना है तो खुद भी मुखौटा पहना पड़ेगा इसीलिए वह चुपके से वीरा की मीटिंग में पहुंच जाते हैं उन लोगों को शक था कि वह ब्लैक मस्क वाले लोग यहां पर भी आकर वीरा  को जरूर मारेंगे क्योंकि इनका इसमें कोई तो लेना देना है 

उसके बाद वह ब्लैक मस्क वाले लोग उसे शादी में पहुंच जाते हैं और जहां पर वीर को जान से मार डालते हैं अमर उन लोगों का पीछा करता है और तभी उसकी वैन ब्लैक मास्क पहने एक बंदे से टकरा जाती है जिसे पकड़ कर जेल में ले जाया जाता है इंटेरोगेशन यह पता चलता है कि यह तो एक्स ऑफिसर विजय है अमर विजय से कहता है कि ऐसे काम करते हुए तुम्हें शर्म नहीं आती विजय उसे कहता है कि जब तुम्हारी आंखों के सामने कोई तुम्हारी फैमिली को मार दे तो कैसा लगेगा तुम्हारा हाथ पैर कांपने लगेगा तुम्हारे पैरों के नीचे तलवों पर पसीना आने लगेगा तुम एक जगह खड़ा नहीं रह पाओगे और तुम्हारे सर पर सिर्फ सवार होगा गुस्सा और हम सभी मिलकर इस  सोसाइटी को क्लीन कर देंगे और जब तक यस पूरी सोसाइटी क्लीन ना हो तब तक हम नहीं रुकेंगे तुमने भले ही मुझे यहां पर कैद कर लिया मगर मेरे बाकी की टीम रुद्र प्रताप को जल्दी खत्म कर देंगे वह भी उसकी बेटी की शादी वाले दिन इस बात को सुनने के बाद  अमर अपनी पूरी टीम को लेकर रूद्र प्रताप की बेटी की शादी में पहुंच जाता है उसकी नजर हर शख्स पर थी कि आखिर कौन रुद्र प्रताप को मार सकता है तभी हम देखते हैं कि वह मास्क पहने लोग उसे शादी में धुएं को छोड़कर आगे बढ़ते रहते हैं और सीधा जाकर दुल्हन के गले पर चाकू रख देते हैं और कहते हैं कि हम सिर्फ एकnही आदमी चाहिए यह जिसका नाम है रुद्र प्रताप है रुद्र प्रताप खड़ा-खड़ा यह सब कुछ देख रहा था मगर अब रुद्र प्रताप की बेटी पर बात आ चुकी थी इसी वजह से उसे अपने आपको उनके हवाले कर देता है इसके बाद वह लोग रुद्र प्रताप के गले में लोहे का सिक्का डाल देता है और उसे बाइक में बिठाकर दूर ले जाता है दूसरी ओर उसके पीछे पुलिस फोर्स पड़ी थी साथ में अमर और उसके अंदर कर एजेंट भी थे मगर एक मूवमेंट में आकर वह सारे पुलिस फोर्स ब्लैक मास्क पहने हुए लोग और रुद्र प्रताप को घेर लेती है

दूसरी ओर चंदन उसे रॉ मैटेरियल को खाकर बाकी बचे ब्लैक मास्क पहने लोगों को मार रहा था उसके बाद अमर भी वहां पर पहुंच जाता है जहां पर पुलिस वालों ने रुद्र प्रताप को घेर रखा था तो अमर कहता है कि एक बार मास्क निकालकर मेरा सामना कर जहां पर वह ब्लैक मास्क पहने आदमी अपना मन उतरता है और हमें पता चलता है कि उसे मास्क के पीछे  करण खुद होता है 

उसके बाद धीरे-धीरे करके इस मूवी के सारे पत्ते खुलने लगते हैं जिस वक्त प्रभंजन ने उन्हें दो ऑफिसर्स को कॉल किया था उनमें से एक था जोसेफ वही दूसरा शख्स था विजय जो कि अभी इनके कस्टडी में था

 उसके बाद हम देखते हैं कि लैब में चंदन अपने ड्रग्स को बनाने का काम कर रहा था तभी उसके पास रोलेक्स के किसी बंदे का कॉल आता है और वह उससे पूछता है कि मेरा माल कहां पर है बेसिकली यहां पर वह शख्स उसे बड़े कंटेनर की बात कर रहा था जिसके अंदर  कोकीन का रॉ मैटेरियल था तो चंदन कहता है कि वह जल्द ही मिल जाएगा आप टेंशन मत लो यानी कि इस पूरे ड्रग माफिया में सिर्फ चंदन जोसेफ और उसकी बाकी की टीम नहीं बल्कि उसके ऊपर रोलेक्स भी था 

फिर दूसरे दिन हम देखते हैं कि अमर अपने पूरे डिपार्टमेंट को बताता है कि आज से 40 साल पहले 1981 में गवर्नमेंट में ब्लैक स्क्वाड नाम की टीम को  बनाई थी जिसका लीडर था विक्रम और जिस शख्स को मैं कल देखा वह करण था जो कि उसे बम ब्लास्ट में मर गया था मगर इतने टाइम से वह अपनी असली पहचान छिपा रहा था वह यहीं पर था हमारे बीच जिंदा और चुन-चुन के  ड्रग्स माफिया को पड़कर मार रहा है तो जोसेफ अमर को कहता है कि जब तुम्हें इतनी बातें पता है तो तुम उन लोगों को पकड़ क्यों नहीं लेते हो 

अमर को उन लोगों का एक्चुअल मकसद पता चल चुका था कि  वह लोग बुरे नहीं बल्कि अच्छे हैं और इस सोसायटी के लिए भला काम कर रहे हैं इसलिए अमर जोसेफ से कहता है कि तुमने मुझे काम दिया दिया था सिर्फ कारण के बारे में पता लगाने के लिए मैंने अपना काम कर दिया है और तुम्हें यह बात भी दिया है कि कारण आखिर है कौन उसे पकड़ना मेरा काम नहीं है बल्कि तुम लोगों का है अब यहां से मेरी छुट्टी जोसेफ उसे धमकाता है कहता है कि मैं जिंदा नहीं छोड़ूंगा जितना जल्दी हो सके विक्रम को पकड़ कर मेरे पास लेकर आओ

अमर को इन सभी बातों से एक बात तो समझ में आ जाती है की जोसेफ ड्रग माफिया के लोगों से मिला हुआ है दूसरी तरफ विक्रम जेल में घुसकर अपनी टीम को वहां से निकाल लेता है उसके बाद अमर ने पुलिस डिपार्टमेंट को छोड़ते वक्त उन्हीं के इंवेस्टिगेशन डिपार्टमेंट से 200 किलो आरडीएक्स निकाल लिया था और जाकर फिट कर देता है चंदन के लैब में क्योंकि वहीं से  कोकीन बनाया जाता था जोसेफ चंदन को फोन करके बोलता है कि तुम्हारी लाइफ में 200 किलो rdx लगाया गया है जल्दी से अपनी फैमिली को बाहर निकाल कर safe करो 

 किसी भी वक्त धमाका हो सकता है इसलिए जितना जल्दी हो सके वहां से निकलो चंदन तो यहां पर अपनी फैमिली के साथ रहता था इसलिए वह घर के सभी लोगों को बिना छुए सावधानी से सभी लोगों को घर के बाहर ले आता है मगर फिर भी इसका एक आदमी घर के अंदर ही था चंदन जब उसे आदमी को फोन करता है तो वह बोलता है कि मैं कमोड में बैठा हूं चंदन उसे मना करता है कि कोई भी चीज को नहीं छूना है मगर फिर भी वह फ्लैश को दबा देता है जिसके कारण

 ज़ोरदार का धमाका होता है जिससे चंदन का घर और उसकी लैब दोनों पूरी तरीके से खत्म हो जाती है यह सब देखने के बाद चंदन को बहुत गुस्सा आता है और वह सीधा  जोसेफ पास पहुंचता है तो  जोसेफ उसे बताता है कि तेरी इस  लैब को खत्म करने के पीछे दो लोगों का हाथ है एक है विक्रम जो की प्रभंजन का बाप है उसका पोता और उसकी बहू इसी शहर में रहते हैं और दूसरा शख्स है अमर जिसकी  वाइफ का पता हमें लग चुका है यह बात सुनकर तो चंदन अपने गुंडे दोनों तरफ भेज देता है 

उसके बाद हम विक्रम की टीम को देख पाते हैं जहां पर विक्रम उस कॉल को सुन रहा था जो कि प्रभंजन का था जिसमें वह सुन पा रहा था कि कैसे उसके बेटे को तड़पा-तड़पा कर मारा जा रहा था हर कोई  उससे उस ट्रक के बारे में पूछ रहा था  मगर प्रभंजन किसी को भी उस ट्रक की लोकेशन नहीं बताता है जिसके बाद जोर-जबरदस्ती से  पूछने के लिए चंदन वहां पर आता है और प्रभंजन के गले में एक हथकड़ी लगी हुई थी और इस हथकड़ी पर चंदन एक मुक्का मार देता है जिससे कि ऑन द स्पॉट  प्रभंजन वही मर जाता है इस पूरे कांड में कई बड़े पुलिस ऑफिसर  जोसेफ और साथ ही चंदन शामिल था इसलिए इन ब्लैक मस्क वालों ने इन सभी को अपना निशाना बनाया था

उसके बाद हम देखते हैं की चंदन के लोग गायत्री को अपने कब्जे में ले लेता है मगर जब तक अमर अपनी बीवी को बचाने के लिए पार्किंग में पहुंचता है तब तक चंदन अमर की होने वाली वाइफ का सर धड़ से अलग कर देता है इसके बाद अमर अपनी लाइफ की बर्बादी का बदला लेना चाहता था 

वहीं चंदन के गुंडे प्रभंजन के घर मेरा मतलब की करण के घर पर भी पहुंच चुके थे उसके पोते और बहू को मारने के लिए लेकिन तभी हम देख पाते हैं कि उसके घर में काम करने वाली वह भी एक सीक्रेट एजेंट टीना थी जिससे कि उसे उसे घर के लोगों को हिफाजत करने के लिए रखा गया था इसके बाद वह एक-एक करके उन लोगों को मारते ही जा रही थी उसे घर में एक सेफ रूम था जिससे की टीना बच्चे और बच्चे की मां को छुपा देती है उसके बाद वह विक्रम को कॉल करती है 

 मगर जब तक विक्रम वहां पर पहुंचता है तब तक टिना की जान जा  चुकी लेकिन किस्मत से उसका पोता और उसकी बहू जिंदा थी जैसे ही विक्रम अपने पोते को अपने हाथ उठाता है कि तभी वहां पर चंदन के लोग उस पर आकर हमला कर देते हैं उसके बाद अमर अपनी होने वाली वाइफ को अपने अपने आंखों के सामने मारता हुआ देख उसका क्रोध बढ़ता ही जा रहा था वह सबसे पहले  जोसेफ को मार डालता है दूसरी तरफ कारण उसे ट्रिगर को ऑन कर देता है जो कि उसे कंटेनर में लगा हुआ था चंदन के लोग तो  करण को मारने के लिए उसे लोकेशन पर आ जाते हैं मगर उन्हें क्या पता था कि  करण खुद उन्हें यहां तक पहुंचने में उसकी मदद की है उसे ट्रैक्टर को ऑन करके फिर उसके बाद होना क्या था एक्शन मूवी है तो क्रिया होगी करण के पास एक टॉप होती है जिस वजह से वहां पर मौजूद दर्जनों गाड़ियों को उड़ा देता है और इस धमाके की आवाज से उसके पोते की हार्टबीट डाउन हो जाती है उसकी सांस चलना बंद हो जाती है यह मन की एक तरह से वह मर चुका था  तभी  करण अपने पोते को अमर को सौंप देता है और कहता है कि जल्दी से हो सके इस अस्पताल लेकर जाओ सीपीआर लगाओ एक समय था जब अमर  करण को पकड़ना चाहता था मगर सच्चाई जानने के बाद अमर कर्ण की मदद करने के लिए जुड़ जाता है क्योंकि दोनों का दुश्मन एक ही होता है अमर को कुछ भी समझ में नहीं आ रहा था क्योंकि बच्चे की सांस नहीं चल रही थी वह अपने बेस्ट फ्रेंड को कॉल करता है और कहता है की बच्चों की सांस नहीं चल रही है उसे सीपीआर की जरूरत है अमर बच्चों के सीने पर पंप करता है 

उधर दूसरी तरफ करण के पास काफी सारे गुंडे आ चुके थे उन सब कुछ सबक सिखाने के लिए कारण एक कंटेनर में मौजूद बरौनी गन से उन लोगों के ऊपर सूट करना शुरू करता है और इस फाइट सीन का एक्सपीरियंस आप आपको मूवी को देखकर ही पता लगेगा उसके बाद यहां पर उसके बाद यहां पर चंदन आ जाता है और कारण उसे हाथों में जंजीर बंद कर उसे मारता है चंदन कोकीन के रॉ मैटेरियल खाने के बाद भी करण के हाथों से बच नहीं पता है और वह मर जाता है 

उसके बाद इस मूवी के लास्ट में एंट्री होती है एक विलन की जिसका नाम था रोलेक्स जो कि अपनी पूरी टीम को बुलाकर अपने चोरी हुए कंटेनर के बारे में पूछता है अब यहां पर ध्यान देने वाली बात यह है रोलेक्स यहां पर तीन लोगों के बारे में जिक्र करता है नंबर वन बताया जाता है कि चेन्नई में ड्रग्स गायब होने की वजह अमर नाम का बंदा था वहीं दूसरे नंबर पर यह बताया जाता है कि त्रिचरापल्ली में ड्रग्स गायब होने की वजह डिलिं नाम का शक्स था और तीसरा बंदा था विक्रम यानी कि करण जो ट्रक चोरी हुआ था उसकी वजह था विक्रम तो यहां पर Rolex अपने सभी लोगों कहता है कि जो भी मुझे इन तीनों का सर लाकर देगा मैं उसे लाइफ टाइम सेटलमेंट दूंगा यह सुनकर हर कोई इन तीनों की मौत के लिए निकल जाता है

मगर उस भीड़ में हम यह देख पाते हैं कि वहां पर विक्रम भी मौजूद था जिसने की Rolex का चेहरा देख लिया था और इसी सस्पेंस के साथ यह शानदार कहानी यहीं पर खत्म होती है 

तो फ्रेंड्स उम्मीद करते हैं इस फिल्म की स्टोरी को आप समझ पाए होंगे और अब हमें इंतजार है इस मूवी के पार्ट 2 की   जिसमें की रोलेक्स की गुंडागर्दी देखनी है कि आगे क्या होने वाला है फ्रेंड्स इस चैनल के माध्यम से हमने आपके लिए कई सारे मूवी का रिव्यू और वेब सीरीज का रिव्यू करके बताया है जिसमें कि हमने आपके लिए आज एक ऐसी मूवी को चुना है जो की पारिवारिक है जिस मूवी को देखकर आप जान पाएंगे की एक बेटे को अगर अपनी बहन की शादी करनी है और उसका आप इस दुनिया में नहीं है तो उसे अपनी बहन की शादी करने के लिए क्या-क्या करना पड़ता है अपना घर मकान दुकान यहां तक की जान भी लगा देनी पड़ती है तब जाकर एक बहन की शादी होती है उसे मूवी का लिंक आपको नीचे डिस्क्रिप्शन में और ऊपर ए बटन में मिल जाएगा आप वॉच कर सकते हैं तो फ्रेंड्स मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में फिर किसी और धमाकेदार मूवी के रिव्यु के साथ तब तक के लिए आप हमें दे इजाजत धन्यवाद 

Post a Comment

Please Don't Write & Enter Here Any Spam link In The Comment Box Thank You!

Previous Post Next Post